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आइआइटी बने, पर संस्थान की मूल पहचान बरकरार रहे
धनबाद: आइएसएम आइआइटी बने, लेकिन इसकी पुरानी पहचान बरकरार रहे. यह चाहत संस्थान के पूर्ववर्ती छात्रों की है. संस्थान के पूर्ववर्ती छात्र वसंत उत्सव के अवसर पर शनिवार को संस्थान के इडीसी हॉल में जुटे थे. मौके पर वर्ष 1965 बैच के देश-विदेश से जुटे 54 पूर्ववर्ती छात्रों ने निदेशक प्रो. डीसी पाणिग्रही से अपील […]
धनबाद: आइएसएम आइआइटी बने, लेकिन इसकी पुरानी पहचान बरकरार रहे. यह चाहत संस्थान के पूर्ववर्ती छात्रों की है. संस्थान के पूर्ववर्ती छात्र वसंत उत्सव के अवसर पर शनिवार को संस्थान के इडीसी हॉल में जुटे थे. मौके पर वर्ष 1965 बैच के देश-विदेश से जुटे 54 पूर्ववर्ती छात्रों ने निदेशक प्रो. डीसी पाणिग्रही से अपील की. उन्होंने आइएसएम के इतिहास के चर्चा के क्रम में बताया कि किस तरह इस संस्थान की गरिमा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकती रही है, पर वर्तमान दौर में इसकी गुणवत्ता में वह निखार नहीं. यहां पूर्ववर्ती छात्र सपरिवार जुटे हैं. इसमें विदेश के भी चार छात्र शामिल हैं.
उम्मीदों पर खरा उतरना होगा : मौके पर संस्थान के पूर्ववर्ती छात्र डीजीएमएस के डीजी राहुल गुहा ने संस्थान के पुराने दिनों की याद ताजा करते हुए 1965 के हालात पर चर्चा की. बताया कि पांच सौ छात्रों की क्षमता वाले आइएसएम की वर्तमान क्षमता छह हजार हो गयी है. ऐसे में स्वाभाविक रूप से इसकी स्थिति भी काफी बदली है. यहां के पूर्ववर्ती छात्रों में संस्थान के प्रति अगाध लगाव है. पूर्ववर्ती छात्रों की संस्थान से ढेर सारी उम्मीदें हैं, जो वर्तमान छात्रों को पूरी करनी है.
पुरानी पहचान बनाये रखने का प्रयास रहेगा : निदेशक डीसी पाणिग्रही ने बदलते दौर में संस्थान के स्वरूप में आये परिवर्तन पर चर्चा की. उन्होंने पूर्ववर्ती छात्रों को विश्वास दिलाया कि लाख बदलाव के बावजूद संस्थान अपनी पुरानी पहचान को बनाये रखने का प्रयास करेगा. कहा : आइआइटी का टैग मिलने के बाद संस्थान के नये नाम में बीएचयू की तर्ज पर पुराना नाम भी जुड़ा रहेगा. संभवत : संस्थान का नाम आइआइटी आइएसएम धनबाद होगा. आइआइटी का फैसला वर्तमान में मंत्रलय स्तर पर विचाराधीन है. उन्होंने बताया कि ऑल आइआइटी के लिए सरकार के बजट में 650 करोड़ रुपये हैं.
देश-विदेश से जुटे पूर्ववर्ती छात्र : 1965 के दौर में इस संस्थान में सिर्फ चार ब्रांच की पढ़ाई होती थी. ब्रांच वार छात्रों की संख्या थी पेट्रोलियम में 18, जियोलॉजी में 17, जियो फिजिक्स में 17 तथा माइनिंग में 90. इन्हीं छात्रों में से 54 पूर्ववर्ती छात्र वसंत उत्सव में जुटे. इसमें जांबिया से एसएस सुंदरम तथा यूएसए से अनिल कुमार, राजा उपाध्याय व जगजीत यादव शामिल हैं. सर्वोत्तम जीवन रक्षक पदक तथा पद्मभूषण से सम्मानित पूर्ववर्ती छात्र जेएस गिल भी समारोह में शिरकत कर रहे हैं.
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