धनबाद: स्वास्थ्य विभाग के साथ डीसी प्रशांत कुमार ने बुधवार को समाहरणालय में मासिक बैठक की. इस दौरान डीसी ने स्वास्थ्य अधिकारियों को कड़ी फटकार लगायी. सिविल सजर्न को भी कई नसीहत दी गयी. डीसी ने कहा कि लापरवाह चिकित्सकों व कर्मियों पर अपने स्तर से कार्रवाई करूंगा. ऐसे चिकित्सक व कर्मियों के खिलाफ प्रस्ताव लायें. अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कतरास में कार्यरत डॉ ज्योति का वेतन रोकने का आदेश उन्होंने दिया. डॉ ज्योति पर आरोप था कि वह डय़ूटी से गायब रहती हैं. वहीं गोविंदपुर, नगरकियारी के चिकित्सक डॉ मंगेश कुमार व डॉ विश्व भारती से स्पष्टीकरण पूछा गया.
प्रतिरक्षण लक्ष्य प्राप्त करें : डीसी ने कहा कि प्रतिरक्षण के लक्ष्य की शत-प्रतिशत प्राप्ति सुनिश्चित करें. इसके लिए जरूरी है कि स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी समाज कल्याण एवं शिक्षा विभाग के साथ समन्वय बना कर कार्य करें. डीसी ने जोर देते हुए कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पदस्थापित चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी डय़ूटी पर रहें. डय़ूटी से गायब रहने वाले चिकित्सक व कर्मियों पर कार्रवाई होगी. स्वास्थ्य अधिकारियों को अपना माइक्रोप्लान देने का निर्देश दिया गया. प्रतिरक्षण के संबंध में जिले की सभी सीडीपीओ से स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता की परियोजनावार चर्चा की गयी. इसके अलावा कुपोषण मुक्ति केंद्रों के सुढृढ़ीकरण एवं इसके समान रुप से संचालन का निर्देश दिया गया. मुख्यमंत्री लाडली योजना के निबंधन के लिए पीएमसीएच अधीक्षक से कहा गया कि अनुरोध किये जाने पर वह जन्म प्रमाण पत्र सीडीपीओ को सुलभ करायें.
संस्थागत प्रसव के लिए रहें जागरूक : डीसी ने स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा कि शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जागरूक रहें. इसके लिए निजी संस्थानों के साथ हर माह बैठक कर संस्थागत प्रसव के आंकड़े उनसे प्राप्त करें. इसके लिए खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को जागरूक करना जरूरी है. बैठक में सीएस डॉ अरुण कुमार सिन्हा, पीएमसीएच अधीक्षक डॉ अरुण कुमार, डॉ पीके भगत सहित सभी चिकित्सा पदाधिकारी एवं जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति के लोग उपस्थित थे.
दोपहर बाद सीएस ने की बैठक : समाहरणालय में डीसी के साथ बैठक के बाद सिविल सजर्न ने अपने कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान डीसी के द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन कड़ाई से करने का निर्णय हुआ. मौके पर कई तमाम अधिकारी मौजूद थे.