धनबाद: धनबाद जिले के झरिया कोयलांचल स्थित बीसीसीएल के लोदना एरिया के जेनरल मजदूर पिंकू पासवान का पुत्र सिद्धार्थ आनंद आज ग्यारह वर्ष का हो गया है.
चार साल की उम्र में वह झुलस कर चलने-फिरने में असमर्थ हो गया था. उस वक्त की हिट फिल्म ‘कृष’ उसने देखी थी. फिल्म का हीरो सुपरमैन की तरह हवा में उड़ कर मुसीबत जदा लोगों को बचाता है. फिल्म ने बाल मन पर ऐसा असर डाला कि उसने इसकी नकल की कोशिश की और सात साल तक उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ा.
फिल्मी स्टंट का भूत
20 दिसंबर 2007 को दोपहर छुट्टी के बाद सिद्धार्थ नहा कर घर में तौलिया लपेट कर धूप सेंक रहा था. उसके साथ दोस्त भी थे. पास में आग जल रही थी. उसने अपने दोस्तों से तौलिया में आग लगाते हुए कहा कि ‘‘देखो आग बुझाने के लिए कृष आयेगा.’’ देखते-ही-देखते तौलिया में आग लग गयी और वह गंभीर रूप से झुलस गया, लेकिन कृष कहां से आता! सिद्धार्थ को स्थानीय चिकित्सकों से दिखाया गया, लेकिन सभी ने हाथ खड़े कर दिये. वह 70 प्रतिशत जल गया था. उसके पिता पिंकू पासवान ने कहा कि इसके बाद वे वेल्लोर गये. वहां दो बार ऑपरेशन हुआ, पर एक बार भी कामयाब नहीं हुआ.