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फिर डॉक्टर की जगह कर्मचारी ने लिख दी दवा
धनबाद : पीएमसीएच में जिंदगी की डोर बचाने आये एड्स पीड़ितों के जान के साथ ही खिलवाड़ किया जा रहा है. चिकित्सक की लिखी दवा की जगह कर्मचारी व फार्मासिस्ट खुद से बाहर की दवाएं लिख दे रहे हैं. ऐसी दवाएं से मरीजों को साइट इफेक्ट हो रहे हैं. शुक्रवार को एक ओर रांची से […]
धनबाद : पीएमसीएच में जिंदगी की डोर बचाने आये एड्स पीड़ितों के जान के साथ ही खिलवाड़ किया जा रहा है. चिकित्सक की लिखी दवा की जगह कर्मचारी व फार्मासिस्ट खुद से बाहर की दवाएं लिख दे रहे हैं.
ऐसी दवाएं से मरीजों को साइट इफेक्ट हो रहे हैं. शुक्रवार को एक ओर रांची से आयी निदेशक वार्डो का भ्रमण कर रही थी, दूसरी ओर दो घंटे से एआरटी (एंटी रिट्रोवायरल थेरेपी) सेंटर में जामताड़ा से आये दंपत्ति कर्मचारी के लिखे दवा को लेकर कभी दवा दुकान तो कभी सेंटर घूमते रहे.
पीड़ितों ने बताया कि डॉक्टर ने दवा लिखी थी, इसे हटा कर कर्मचारियों व फार्मासिस्ट ने अलग से दवा की परची थमा दी. इसके बाद परिजनों ने जवाबदेह पदाधिकारियों से इसकी शिकायत भी की.
चिकित्सकों की कमी का ले रहे फायदा : बताया जाता है कि एआरटी सेंटर में चिकित्सकों की कमी है. जबकि काफी संख्या में पीड़ित गिरिडीह, बोकारो, कोडरमा, जामताड़ा, देवघर आदि से यहां कर्मचारी आते हैं. इसी का फायदा कर्मचारी उठा रहे हैं. चिकित्सक की लिखी दवाओं के बाद कर्मचारी अलग से परची मरीजों को दे दे रहे हैं. जिसे बाहर से खरीदना पड़ता है.
बाहर दवा दुकानदार इसका इंतजार करते रहते हैं. दूसरी दवा से मरीज को साइड इफेक्ट होता है. मरीजों ने इसकी शिकायत चिकित्सकों से की है.
अक्सर मिल रही शिकायत
सेंटर में आने वाले मरीजों के साथ अक्सर र्दुव्यवहार की शिकायतें मिल रही हैं. इससे पहले गिरिडीह से आयी एक पीड़िता को इधर-उधर दौड़ाया गया. थक हार कर पीड़िता को वरीय अधिकारियों व मीडिया से शिकायत करनी पड़ी. वहीं कोडरमा से आये एक पीड़ित को भी कर्मचारियों ने बाहर से दवाएं लाने की परची थमा दी थी.
दलालों व सहियाओं में बकझक
एआरटी सेंटर आने वाले मरीजों के आगे-पीछे फिर से दलाल आने लगे हैं. इसमें अस्पताल के कर्मचारी भी शामिल होते हैं. कुछ दिन पूर्व दलालों व अस्पताल के सहियाओं के बीच बकझक हो गयी थी. मामला अधीक्षक डॉ के विश्वास के पास भी पहुंचा. दलाली पर रोक के लिए अधीक्षक ने संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश भी दिये.
कोट
किसी भी कर्मचारी या फार्मासिस्ट को दवा लिखने का अधिकार कैसे हो सकता है. ऐसा हो रहा है तो यह गलत है. इसकी जांच करूंगा, दोषियों की खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
डॉ के विश्वास, अधीक्षक, पीएमसीएच
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