धनबाद: आइएसएम में माइनिंग का क्रेज बरकरार है. रविवार को शुरू हुए दाखिले में इसकी झलक साफ दिखी. पहले दिन सबसे ज्यादा छात्रों ने माइनिंग में ही रुचि दिखायी. वैसे मेकेनिकल व कंप्यूटर साइंस के प्रति भी छात्रों का रुझान बढ़ा है. पहले दिन कुल 570 छात्रों ने दाखिला लिया है. आइएसएम जेइइ के चेयरमैन प्रो. जी उदयभानु के अनुसार कल भीड़ बढ़ने की उम्मीद है. संस्थान की ओर से 24-25 जुलाई को स्पॉट एडमिशन का भी प्रावधान किया गया है.
गुलजार हुआ न्यू एलएचसी : एडमिशन को लेकर न्यू लेक्चर हॉल कॉम्पलेक्स देर शाम तक गुलजार रहा. सुबह से ही छात्रों व अभिभावकों की कतार लगनी शुरू हुई. न्यू एलएचसी में विशेष व्यवस्था की गयी थी. आइएसएम के साथ-साथ देश के अन्य आइआइटी में भी आज से ही दाखिले शुरू हुए. आइएसएम में कुल 1005 सीटें हैं.
आज 261 सीटों पर होगा दाखिला : प्रो. उदय भानु के अनुसार सोमवार को 261 सीटों पर दाखिले होंगे. शेष जो सीटे बचेंगी उसे 24 व 25 जुलाई को स्पॉट एडमिशन से भरा जायेगा. आज बीटेक कंप्यूटर साइंस, माइनिंग इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्युनिकेशन, मेकेनिकल, मिनरल व पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में दाखिले हुए. कल सिविल, केमिकल समेत अन्य विषयों में दाखिले होंगे.
छात्रों को जैसपर, छात्राओं को रूबी होस्टल : नये छात्रों को जैसपर होस्टल व छात्राओं को रूबी होस्टल आवंटित किया गया है. दाखिला लेने के बाद छात्र-छात्राओं ने होस्टल का रुख किया. दाखिले के लिए छात्रों को कुल 49,842 रुपये चुकाने पड़े. देश भर में आइआइटी जेइइ में सबसे कम फीस आइएसएम का ही है.
दस्तावेजों की स्क्रूटनी पर विशेष फोकस : छात्रों के दस्तावेज की स्क्रूटनी पर विशेष फोकस किया गया. कुछ मामूली त्रुटियों को सुधारने की सलाह दी गया. प्रो. उदयभानु के अनुसार- दाखिले के दौरान छात्रों के मार्गदर्शन के लिए फैकल्टी भी मौजूद थे. विषय चुनने के दौरान छात्रों ने उनसे सलाह ली. आइएसएम एसएमओ डॉ प्रवीण कुमार के नेतृत्व में छात्रों की मेडिकल जांच भी की गयी.
जो सक्रिय थे : कुलसचिव कर्नल (रिटायर) एमके सिंह, डॉ पीएस सैय्यद, डॉ पी माथुर, डॉ पीएस मुखर्जी, एएसओ केके बनर्जी समेत सभी विभागाध्यक्ष.