धनबाद: अंगीभूत डिग्री कॉलेजों में अब बेहिसाब नामांकन नहीं हो सकेगा. विभावि ने तमाम अंगीभूत डिग्री कॉलेजों से उनकी आधारभूत संरचना के आधार पर क्लास में बैठने की जगह, विषयवार छात्रों व टीचर्स की संख्या आदि पर रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट छह जनवरी तक जमा करनी है.
क्या है वजह : हर कॉलेजों को नैक एक्रिडिटेशन कराना जरूरी है, अन्यथा उन्हें यूजीसी से मिलने वाली ग्रांट रुक जायेगी. बेहिसाब नामांकन की स्थिति में कॉलेजों को नैक एक्रिडिटेशन को लेकर परेशानी हो रही है. ऐसे में कॉलेजों में स्टूडेंट्स -टीचर अनुपात को संतुलित करना जरूरी हो गया है.
तबादले की तैयारी : कॉलेजों में स्टूडेंट्स की तुलना में कहीं टीचर की भरमार तो कहीं भारी कमी. इस बात को ध्यान में रख कर व्यापक पैमाने पर टीचर्स के तबादले की तैयारी है. चुनाव आचार संहिता के कारण मामला रुका हुआ था.
बेहिसाब नामांकन किसी के हित में नहीं : कुलपति
कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने कहा है कि व्यवस्था के आधार पर ही कॉलेजों को नामांकन होगा. क्लास में बैठाने की जगह से अधिक नामांकन लेने से कॉलेज व स्टूडेंट्स दोनों को परेशानी होती है. अगर सब ठीक रहा तो परीक्षाएं होम सेंटर पर ही होगी. क्षेत्र में कई अंगीभूत कॉलेजों के अलावा कई संबद्ध कॉलेज भी संचालित हैंख जहां स्टूडेंट्स नामांकन ले सकते हैं. संबद्ध कॉलेजों की स्थिति भी सुधरे इस पर कुछ ठोस कदम उठाये जायेंगे. संबद्ध कॉलेजों में लंबे समय से संचालित शासी निकाय को बदला जायेगा इसके लिए तैयारी हो चुकी है.