धनबाद: जैक द्वारा संचालित 11वीं की परीक्षा पांच जुलाई से घोषित है, लेकिन इस परीक्षा में किसी की जिम्मेवारी क्या है इसको लेकर अब तक भ्रम की स्थिति बनी हुई है. स्नातक पार्ट-2 की परीक्षा के कारण कॉलेजों के परीक्षार्थियों का परीक्षा केंद्र स्कूल में कर दिये जाने से कॉलेज प्रबंधन भ्रम में है कि अब उनकी परीक्षा संबंधी जिम्मेवारी खत्म हो गयी, लेकिन सही स्थिति कुछ और ही है.
क्या है स्थिति : 11वीं आंतरिक परीक्षा में सारी जिम्मेवारी का निर्वहन कॉलेजों को पूर्व की भांति ही करनी है. सिर्फ स्कूल में जगह देकर वहां के टीचर्स से परीक्षा करा देना ही जिला शिक्षा विभाग की जिम्मेवारी है.
क्या-क्या करना है कॉलेज को : कॉलेज को अपनी ओर से उत्तर पुस्तिका पहुंचाना है. आरएस मोर कॉलेज गोविंदपुर से प्रश्न पत्र लाकर केंद्र में उपलब्ध कराना है. परीक्षा हो जाने के बाद उत्तर पुस्तिका को केंद्र से अपने यहां ले जाने तक की जिम्मेवारी भी कॉलेजों पर ही है. इसके बाद उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन रिजल्ट तैयार कर जैक को भेजने तक सारी जिम्मेवारी भी कॉलेजों को पूर्व की भांति ही निभानी है. विदित हो कि जैक की यह परीक्षा कॉलेज अपने स्तर से तथा अपने खर्च पर संपन्न कराते रहे हैं. इस बार नयी व्यवस्था से कॉलेज राहत में थे कि अब बिना खर्च व बिना पैसा के कॉपी जांचने से राहत मिली.
कॉलेजों का पक्ष : एसएसएलएनटी की प्रो. मीना प्रकाश ने बताया कि परीक्षा में उत्तर पुस्तिका कॉलजों को पहुंचाने के बारे में यह अब तक नहीं बताया गया है. अगर ऐसा है तो सही स्थिति के बारे में जिला शिक्षा पदाधिकारी से जानकारी लेनी होगी. पीके राय कॉलेज के डॉ एसकेएल दास ने बताया कि उनके भी कॉलेज को भी सही स्थिति की जानकारी नहीं है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से संपर्क करने पर विभाग के एक कर्मी ने स्पष्ट किया कि सभी कॉलेजों को बता दिया गया है कि उनके विभाग की जिम्मेवारी परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों को बैठा कर परीक्षा दिला देना भर ही है. इस संबंध में तीन जुलाई को ही कॉलेजों को पत्र भेज कर स्थिति स्पष्ट कर दी गयी है.