बस्ताकोला: धनसार कोलियरी के विश्वकर्मा परियोजना के विस्तारीकरण को लेकर प्रबंधन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. सोमवार को अधिकारियों की टीम ने पहाड़ी बस्ती पहुंच कर पानी-बिजली का कनेक्शन काट दिया. इससे आक्रोशित लोगों ने गोलबंद होकर प्रबंधन के समक्ष विरोध दर्ज कराया. बाद में हुई वार्ता में प्रबंधन ने दो टूक कहा कि बस्ती के लोगों को कंपनी की जमीन को तत्काल खाली करना होगा.
फिलहाल इस्ट बसुरिया में लोग अस्थायी रूप से बस जायें. वहीं लोगों ने कहा कि जेआरडीए के तहत जब तक पुनर्वास नहीं होता है, तब तक पानी-बिजली की सप्लाई जारी रखा जाये. पीओ डीके मिश्र, प्रबंधक एमके रॉय, पीएम ओपी लोहरा, सुरेंद्र भूषण तथा ग्रामीणों की ओर से रंगनाथ पांडेय, धर्मेद्र यादव, राकेश सिंह, मोहन यादव, उमेश कुमार, संजय रॉय, नागेंद्र प्रसाद आदि थे.
पहले बसाया, अब उजाड़ रहे हैं : लोगों का कहना है कि करीब चार वर्ष पूर्व इंडस्ट्री कोलियरी के तीन नंबर में भू-धंसान के बाद दर्जनों गैर बीसीसीएल कर्मियों को प्रबंधन ने पहाड़ी बस्ती में बसाया था. एक बार फिर उन्हें उजाड़ा जा रहा है. लोगों ने जेआरडीए के तहत पुनर्वास की गुहार लगायी है.
अपने खर्च पर बसुरिया में बनायें घर : परियोजना पदाधिकारी डीके मिश्र ने कहा कि जमीन खाली नहीं होने से विश्वकर्मा परियोजना का विस्तारीकरण बाधित है. गुरुवार तक लोग बसुरिया जाकर अस्थायी पुनर्वास स्थल देख लें. जब तक जेआरडीए से आवास नहीं मिलता, लोग अपने खर्च पर घर बनायें.