धनबाद/रांची: इंजीनियरिंग के क्षेत्र में झारखंड के भीष्म पितामह कहे जानेवाले प्रो. (डॉ) सीके सिंह (चंद्र किशोर सिंह) का निधन हो गया. वह 69 वर्ष के थे और कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे. ब्रेन हेमरेज होने की वजह से उनका इलाज रांची के राज अस्पताल में चल रहा था.
बुधवार की पूर्वाह्न साढ़े नौ बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन के बाद रांची के अशोक नगर स्थित आवास में रिश्तेदारों व शुभचिंतकों के आने-जाने का तांता लगा रहा. डॉ सिंह झारखंड में पथ निर्माण विभाग व ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता प्रमुख सह अपर आयुक्त सह विशेष सचिव के पद पर रहे हैं. 30 जून 2003 को वह सेवानिवृत्त हुए. इसके बाद भी बीआइटी मेसरा में व्याख्याता के रूप में कार्यरत रहे. वहीं, टाटीसिलवे स्थित सीआइटी में मुख्य सलाहकार व सिविल इंजीनियरिंग सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे थे. वह अपने पीछे दो पुत्र-दो पुत्री समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं. उनके बड़े पुत्र मनोज कुमार झारखंड उच्च न्यायालय में अधिवक्ता हैं. वह धनबाद जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी है. छोटे पुत्र का नाम अशोक कुमार हैं. दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है. शाम को पार्थिव शरीर जय प्रकाश नगर स्थित आवास लाया गया. परिजनों के अनुसार गुरुवार को मोहलबनी में अंतिम संस्कार किया जायेगा.
लगी रही इंजीनियरों की भीड़
डॉ सिंह के निधन की खबर मिलने पर पथ निर्माण, भवन निर्माण, ग्रामीण कार्य विभाग सहित अन्य विभागों के इंजीनियर उनके आवास पहुंचे. पूरे दिन यहां इंजीनियरों की भीड़ लगी रही. वहीं पूर्व मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी, हटिया विधायक नवीन जायसवाल सहित अन्य नेता भी पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही सीआइटी के शिक्षक व विद्यार्थी भी वहां जमा हो गये. बीआइटी के विद्यार्थी भी पहुंचे.
कक्षाएं बंद रही
इधर, सीआइटी व कमला नेहरू इंटर कॉलेज की सारी कक्षाएं स्थगित कर दी गयीं. कैंब्रिज ग्रुप ऑफ इंस्टीटय़ूशन के कैंब्रिज स्कूल, कैंब्रिज औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र, कैंब्रिज बीएड कॉलेज व गौतम बुद्धा इंटरनेशनल स्कूल में भी कर्मियों व विद्यार्थियों ने दो मिनट का मौन रखा. गुरुवार को संस्थानों में शोक सभा का आयोजन किया जायेगा.