धनबाद: महिलाएं हर क्षेत्र में मजबूती के साथ आगे बढ़ रही हैं. धनबाद में शायद ही कोई सर्विस सेक्टर हो, जहां आज महिलाओं की भागीदारीन हो. जहां तक बैंकों का सवाल है तो वहां महिलाओं की संख्या बढ़ी है.
हाजिर जवाबी, बेबाकी और काम में इनकी काबिलीयत का लोग लोहा मान रहे हैं. यह अलग बात है कि आबादी के अनुरूप यह संख्या संतोषजनक नहीं. लेकिन महिला सशक्तिकरण की यह तसवीर देश की कोयला राजधानी को गरिमा तो प्रदान करती ही है.
नौकरी में आकर इन महिलाओं ने न सिर्फ खुद को आत्मनिर्भर बनाया है, बल्कि बेहतर सेवा देकर बैंकिंग सेक्टर की पहचान भी बदलने में जुटी हैं. कई मामलों में तो वह पुरुषों से बेहतर साबित हो रही हैं.