धनबाद: केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2013 के मुताबिक धनबाद में ब्रोंकाइटीस, दमा व श्वास से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या राज्य के अन्य 24 जिलों के मुकाबले तीन गुणा ज्यादा है.
सर्वेक्षण में यह भी दर्शाया गया है कि 2009 के स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार राज्य में प्रति लाख व्यक्तियों में से 232 लोग ब्रोंकाइटीस व श्वास से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित थे. वहीं वर्ष 2013 में यह संख्या बढ़ कर 415 हो गयी है. नवीनतम सर्वे के अनुसार धनबाद शहर में प्रति लाख आबादी सर्वाधिक 910 लोग ब्रोंकाइटीस व श्वास से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे हैं, जबकि ग्रामीण इलाके में यह संख्या मात्र 541 है. उद्योग और खान बहुल शहरी इलाके में इस तरह की बीमारियों की ज्यादा शिकायतें मिली हैं. शहर के अपेक्षाकृत ग्रामीण इलाकों का वातावरण कम प्रदूषित है.
क्या कहते हैं डॉक्टर
धनबाद में जलते हुए कोयले के धुआं की मौजूदगी से ब्रोंकाइटीस व श्वास से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित लोगों की संख्या बढ़ रही है. धुआं व टॉक्सिक गैस ब्रोंकाइटीस का कारण बनता है. खान से निकलने वाले डस्ट, धूल व एसपीएम से अस्थमा, एलर्जी व श्वास की अन्य बीमारी पैदा होती है. कंपनी ओपेन कास्ट माइन के आसपास के एरिया में सर्वे करने की योजना बना रही है. डॉ डीके सारस्वत, मुख्य चिकित्सा सेवाएं, सेंट्रल अस्पताल, धनबाद