धनबाद: सिगरेट के डिब्बे पर भले ही लिखा होता है कि ‘ सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और इससे कैंसर हो सकता है’ लेकिन कोयलांचल के लोग इस वैधानिक चेतावनी को नजरअंदाज कर साल भर में सौ करोड़ के सिगरेट-तंबाकू चट कर जाते हैं.
सिगरेट, पान मसाला और तंबाकू के थोक विक्रेताओं से मिली जानकारी के मुताबिक यहां एक माह में चार करोड़ की सिगरेट, तीन करोड़ के गुटखा और लगभग एक करोड़ के तंबाकू का कारोबार होता है.
इसका सेवन करने से भले ही क्षणिक मजा आता है लेकिन इससे नाना प्रकार की बीमारियां होती है और पर्यावरण भी प्रदूषित होता है. शुक्रवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस है. अगर आपने अभी तक इन चीजों से तोबा नहीं की है, तो वक्त है खुद और अपने परिवार के लिए अपनी इस आदत को बदल डालने का . फिर देर किस बात की है, अभी और आज संकल्प कीजिए और पान-बीड़ी, सिगरेट व तंबाकू से तोबा कीजिए.