वर्ष 2011 में झारखंड में आयोजित नेशनल गेम्स के समय धनबाद में लाखों रुपये की लागत से दो स्क्वैश कोर्ट का निर्माण कराया गया था. एक गोल्फ ग्राउंड के निकट और दूसरा आइएसएम में. नेशनल गेम्स के दौरान दोनों स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई खिलाड़ी पहुंचे और ओर यहां शानदार खेल का प्रदर्शन किया. इसके साथ ही धनबाद के खिलाड़ियों को भी प्रेक्टिस के लिए कोर्ट मिल गया. लेकिन वर्ष 2011 में हाइकोर्ट के निर्देश पर जिला प्रशासन ने इसे सील कर दिया और उसके बाद से लेकर आज तक यह नहीं खुला.
Advertisement
उपेक्षा: नेशनल गेम्स के लिए काफी खर्च कर हुआ था निर्माण, बरबाद हो गया स्क्वैश कोर्ट
धनबाद: नेशनल गेम्स के दौरान धनबाद को सौगात के रूप में मिला अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्क्वैश कोर्ट आज अपनी बेबसी पर रो रहा है. न यहां खिलाड़ी आते हैं और न ही खेल का कोई सामान बचा है. जहां दिन भर खिलाड़ियों का जमघट रहना चाहिए वहां कुत्तों का बसेरा है. दर्शक दीर्घा पूरी तरह […]
धनबाद: नेशनल गेम्स के दौरान धनबाद को सौगात के रूप में मिला अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्क्वैश कोर्ट आज अपनी बेबसी पर रो रहा है. न यहां खिलाड़ी आते हैं और न ही खेल का कोई सामान बचा है. जहां दिन भर खिलाड़ियों का जमघट रहना चाहिए वहां कुत्तों का बसेरा है. दर्शक दीर्घा पूरी तरह खाली है और चारों तरफ वीरानगी छायी है. जिला प्रशासन, खेल प्रेमी व झारखंड सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है.
वर्ष 2011 में झारखंड में आयोजित नेशनल गेम्स के समय धनबाद में लाखों रुपये की लागत से दो स्क्वैश कोर्ट का निर्माण कराया गया था. एक गोल्फ ग्राउंड के निकट और दूसरा आइएसएम में. नेशनल गेम्स के दौरान दोनों स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई खिलाड़ी पहुंचे और ओर यहां शानदार खेल का प्रदर्शन किया. इसके साथ ही धनबाद के खिलाड़ियों को भी प्रेक्टिस के लिए कोर्ट मिल गया. लेकिन वर्ष 2011 में हाइकोर्ट के निर्देश पर जिला प्रशासन ने इसे सील कर दिया और उसके बाद से लेकर आज तक यह नहीं खुला.
चहारदीवारी टूटी, कई सामानों की चोरी
स्क्वैश कोर्ट की चहारदीवारी पिछले एक माह से ज्यादा समय से गिरी हुई है. इसे कोई देखने वाला नहीं है. अंदर जाते ही सामने लगे दोनों दरवाजे बंद हैं, लेकिन उसके बगल का दरवाजा टूटा है. वहीं कोर्ट में लगी सभी कुरसियां गायब हो चुकी हैं. बिजली का कनेक्शन है, लेकिन पंखा, लाइट सब कुछ गायब है. खेल सामग्री और कार्यालय का सामान भी नहीं है. चारों तरफ झाड़ियां उग आयी हैं. यहां असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा लगा रहता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement