राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रोपदी मुर्मू के स्वागत में जगह-जगह तोरण द्वार बनाये गये है. पंडाल में एक प्रवेश द्वार व एक निकास द्वार बनाया गया है.
एक तोरण द्वार श्रीअमड़ा-दिग्घी मुख्य सड़क पर विश्वविद्यालय जाने वाली सड़क पर निर्माण किया गया है, वहीं दूसरा तोरण द्वार दुमका-पाकुड़ मुख्य पथ पर श्रीअमड़ा के समीप दिग्घी जाने वाली सड़क पर तथा तीसरा तोरण द्वारा पुराने विश्वविद्यालय परिसर के समीप निर्माण करवाया जा रहा है.