देवघर: गिरिडीह के पचंबा मुहल्ला निवासी दीपक साह द्वारा सीपी ड्रालिया रोड स्थित आरामबाग लॉज में आत्महत्या करने के मामले में नगर पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया है. इस मामले में पुलिस ने बुधवार को मृतक का पोस्टमार्टम कराया. उधर घटना की सूचना मिलते ही मृतक दीपक के पिता मधुसुदन साह व उनके आधा दर्जन परिजन देवघर पहुंचे.
दीपक साह के पिता श्री साह ने बताया कि दीपक की उम्र 19 वर्ष थी. वह खुद टयूशन पढ़ता था और पढ़ाता भी थी. दो साल पहले दीपक के बड़े भाई प्रदीप की शादी रजाक चौक निवासी दुर्गा साह की पुत्री के साथ हुई थी. सब कुछ ठीकठाक चल रहा था. इसी बीच पिछले सावन माह में समधी दुर्गा साह उनके घर पचंबा आकर बेटी को घर ले जाने की बात कही.
घर में थोड़ी समस्या होने पर उसे सावन के बाद तीज में जाने की बात कही गयी. समधी लौट गये. मगर पतोहु ने गुस्से में आकर आग लगाने का प्रयास किया. इस घटना में उसके दोनों हाथ जल गये. उसके बाद इलाज कराया गया. उसके घर वालों को घटना की जानकारी दी गयी. समधी आकर पतोहु को साथ लेकर अपने घर गये. मगर वहां जाने के बाद फरजी तरीके से अस्पताल में भरती कराया. उसके बाद परिवार के सदस्यों (मुझ पर, प्रदीप की मां व प्रदीप को) को दहेज प्रताड़ना के आरोप में फंसा दिया. प्रदीप को जेल भी हो गया. हम कचौड़ी-पकौड़ी की दुकान चलाते हैं. पैसे के अभाव में जमानत में देरी होने लगी. प्रदीप की मां की मानसिक स्थिति बिगड़ गयी.
उसके इलाज में पैसे खर्च होने लगे. इधर छोटा बेटा दीपक घर की समस्या देख कर बुझा-बुझा रहने लगा. दो माह पूर्व वह घर छोड़ कर निकल गया. उधर समधी व उसके परिजन पैसे के लिए दबाव डालने लगे. 15 हजार लेकर समझौता हुआ. बड़े बेटे को जमानत मिली. इसी बीच जनवरी में दीपक ने उसके मोबाइल पर एसएमएस कर बताया कि वह ठीकठाक है. चिंता न करें. लेकिन बात नहीं किया. फिर अचानक मंगलवार को मुहल्ले के पार्षद मुकेश साह ने सूचना दी की दीपक का देवघर में एक्सीडेंट हो गया है. बेटी-दामाद व मुहल्ले के कुछ लोगों के साथ देवघर आये. मगर यहां मौत की खबर सुनकर सभी दुखी हो गये. पुलिस ने बयान दर्ज करने के बाद पोस्टमार्टम कर लाश को परिजनों के हवाले कर दिया है.