इस जुलूस की अगुवाई झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी, जिलाध्यक्ष नरसिंह मुर्मू, केंद्रीय महासचिव मो नौशाद व देवघर नगर अध्यक्ष सुरेश साह ने की. इस अवसर पर नेताओं ने कहा कि रघुवर सरकार जो संशोधन करने जा रही है वह आदिवासियों और मूलवासियों के हित में नहीं है. इसलिए सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन को सरकार वापस ले.
वहीं सरकार 1932 के खतियान को आधार बनाकर स्थानीय नीति लागू करे. मशाल जुलूस में झामुमो के जिला सचिव संजय शर्मा, संजय चटर्जी, प्रकाश मंडल, शीला देवी, माला देवी, विजय दास, छात्र मोरचा अध्यक्ष सुधीर दास, दीनेश्वर किस्कू, मनोज कुमार दास, बैजू दास, विनोद राव, सरोज सिंह, श्रीसिंह, मो आजाद अंसारी, मो दाउद अंसारी, जुली अंसारी, हरिलाल, धनंजय मंडल, कुतुबुद्दीन अंसारी, अंग्रेज दास, मकसद खान, सुनील मंडल, वीरेंद्र राय, जयनाथ मंडल, राजा राम राउत, सूरज झा, छात्र मोरचा के शहीद अंसारी, मधुपुर प्रखंड प्रमुख बबीता देवी, विनोद यादव सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे.