देवघर: शुक्रवार को सूचना भवन के सभागार में राष्ट्रीय प्रेस दिवस समारोह मनाया गया. इस अवसर पर विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया. गोष्ठी का विषय था : ‘संघर्षपूर्ण क्षेत्रों में मीडिया कवरेज चुनौती’. इसमें डीसी अरवा राजकमल ने कहा कि रिपोर्टिंग से प्रशासन को सही दिशा मिलती है. वे इसे पॉजीटिव रूप में देखते हैं.
उन्होंने कहा कि आज पत्रकारिता काफी चुनौतीपूर्ण है. पत्रकारों के लिए सुरक्षात्मक कदम उठाना जरूरी है, ताकि पत्रकार सुरक्षित पत्रकारिता करें और उनके परिजन भी खुशहाल रहें. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे पत्रकार बीमा योजना जो पहले चल रहा था, उसे पुन: चालू करने और सभी पत्रकारों को इंश्योर करने के जिला प्रशासन की ओर से सरकार को अनुशंसा भेजेंगे. डीसी ने कहा कि सभी पत्रकार निर्भीक समाचार लिखने व दिखाने को स्वतंत्र हैं. किसी भी प्रकार की दिक्कत पत्रकारों को आती है तो वे उन्हें जिला प्रशासन की ओर से संभव सहयोग करेंगे. यदि समाचार लिखने या दिखाने के बाद कोई धमकी देता है तो सुबूत के साथ मिलें, कार्रवाई करेंगे.
इससे पूर्व विषय प्रवेश कराते हुए डीपीआरओ बिंदेश्वरी झा ने बताया कि परिचर्चा की इस टॉपिक के पीछे सरकार की मंशा है कि संघर्षपूर्ण क्षेत्रों में समाचार संकलन में पत्रकारों को क्या परेशानियां हो रही है. कैसे पत्रकारों को सुरक्षा दी जा सके आदि की जानकारी प्राप्त हो सके ताकि चौथे स्तंभ की सुरक्षा के लिए सरकार के स्तर कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.
इन पत्रकारों ने रखे अपने विचार
पत्रकार गोपाल शर्मा ने कहा कि सभी पत्रकारों को अपने क्षेत्र भ्रमण के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराया जाये, जो दूसरे राज्यों के पत्रकारों को दी जा रही है. एक पत्रकार ने पत्रकार बीमा योजना व स्वास्थ्य बीमा योजना की सविधा उपलब्ध कराये जाने की मांग सरकार से की. पत्रकार रामनंदन सिंह ने पत्रकारों को आपराधिक घटनाओं से बचाने तथा किसी विपरीत स्थिति में उनके आश्रितों की उपयुक्त सहायता करने का अनुरोध किया. गोष्ठी में प्राचार्य राम सेवक गुंजन ने भी पत्रकार को हर संभव सुरक्षा व सुविधा मुहैया कराने जाने की बात कही. इस अवसर पर पत्रकार बम शंकर बाजपेयी, जेम्स कुमार नवाब, विजय राय ने भी अपने विचार रखे. गोष्ठी में डीइओ उदय नारायण शर्मा सहित कई इलेक्ट्रानिक व प्रिंट मीडिया के पत्रकार मौजूद थे.