देवघर: मध्याह्न् भोजन बनाने के लिए उपलब्ध कराया गया किचन शेड का पैसा स्कूल प्रबंधन सोसाइटी के खाते की शोभा बढ़ा रहा है. जबकि पहले शिक्षा विभाग के बैंक खाते में करोड़ों रुपया पड़ा रहा है. किचन शेड का पैसा निर्गत नहीं करने का मामला तूल पकड़ा तो आनन-फानन में 910 स्कूलों में से 810 स्कूलों को किचन शेड बनाने के लिए पैसा निर्गत कर दिया गया है, लेकिन जिला शिक्षा अधीक्षक के अनुसार अभी भी 100 स्कूलों को पैसा नहीं भेजा गया है. बताया गया कि पैसा निर्गत करने में कुछ परेशानी सामने आ रही है. वहीं जिन स्कूलों को पैसा दिया भी गया है तो काम शुरू हुआ कि नहीं इसकी कोई रिपोर्ट मुख्यालय को नहीं किया गया है. जबकि विभाग ने दो माह में किचन शेड को पूरा कर रिपोर्ट मुख्यालय को करने के लिए कहा गया था, लेकिन सिर्फ बयान देकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. इससे पता चलता है कि विभाग कार्य के प्रति कितना गंभीर है.
एक साल तक बैंक में पड़ा रहा 17 करोड़ रुपया
इससे पहले किचन शेड का पैसा एक साल तक बैंक में 17 करोड़ रुपया पड़ा रह गया. लेकिन विभाग को किचन शेड बनाने के लिए एक साल में शेड बनाने की सुधि नहीं ली. जब बिहार में बिना किचन शेड के मध्याह्न् भोजन बनाने के दौरान कीड़ा मिलने के कारण कई बच्चों की मौत हो गयी थी. उसके बाद ही झारखंड सरकार ने निर्देश दिया कि सभी स्कूलों में शीघ्र किचन शेड बनाया जाय.
लगभग 100 स्कूलों का पैसा निर्गत नहीं किया गया है. उसमें कुछ अड़चन आ रही है. वहीं अभी किचन शेड बनने की रिपोर्ट नहीं आयी है.
सुधांशु शेखर मेहता
डीएसइ, देवघर