देवघर: इन दिनों नगर थाना में किसी भी घटना को लेकर त्वरित कार्रवाई नहीं होती. पहले आरोपित के साथ दिन भर मैनेज का खेल चलता है. जब बात नहीं बनती है तो लंबा समय बरबाद कर प्राथमिकी दर्ज कर ली जाती है.
यदि बात बन जाती है तो दोनों पक्षों द्वारा सुलहनामा लिखवा कर पुलिस छोड़ देती है. बतातें चलें कि यदि किसी के साथ कोई वारदात होता है तो आरंभ से ही पुलिस पीड़ित पक्ष को डराते हैं कि, कहीं दूसरा पक्ष भी मामला दर्ज न करे. इसी तरह का एक मामला सोमवार को देखने को मिला. जब अपर बिलासी में एक घटना रात को हुई. करीब 10-11 युवकों ने जम कर बवाल मचाया. नाजायज मजमा बनाकर मारपीट भी की और तो और पुलिस के साथ भी उलझ गये. बावजूद मंगलवार दिन भर थाने में जोड़-तोड़ चलता रहा. जब बात नहीं बनी तो देर शाम प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी. जब प्राथमिकी के साथ हिरासत में लिये गये चारों आरोपित को कोर्ट में पेश कराया गया तो पुलिस को भी कोर्ट से फटकार सुननी पड़ी. इस तरह से वीआइपी चौक में पार्किग को लेकर उक्त विवाद को पुलिस ने ले-देकर सलटा लिया.
ज्ञात हो कि गत बुधवार की रात, प्रभात खबर कार्यालय से काम कर लौटते वक्त पत्रकार विनय कुमार सिंह के साथ कुछ बदमाशों ने मारपीट कर उनसे रुपये भी छीनतई कर ली. घटना के एक सप्ताह बाद आरोपितों की पहचान तो हो गयी. मगर अब तक पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. शहर में देर रात तक आपराधिक किस्म के युवकों का तांडव होता रहता है. फिर भी पुलिस, असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगा पाने में विफल है.