।। शिव कुमार यादव ।।
सारठ बाजार : इसे प्रशासनिक लापरवाही कहें, या जनप्रतिनिधियों की उदासीनता. प्रखंड में बाल विकास परियोजना के तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं. इसका नमूना ठाढ़ी पंचायत के ठाढ़ी टू आंगनबाड़ी केंद्र में देखा जा सकता है. यहां केंद्र के लिए करीब तीन वर्ष पूर्व विशेष प्रमंडल की ओर से छह लाख की लागत से नया भवन बनाया गया है, लेकिन इसमें ताला लटका हुआ है.
इस कारण आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन पशुशाला में किया जा रहा है. बच्चे खुले आसमान की नीचे पशुओं के बीच पढ़ाई करने को मजबूर हैं. वहीं बच्चों के लिए मध्याह्न् भोजन भी खुले में बनाया जाता है. भवन बनने के बाद ग्रामीणों में उम्मीद जगी थी कि बच्चों को पढ़ने के लिए छत मिल जायेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. ग्रामीणों की मानें, तो जमीनदाता द्वारा मुआवजे को लेकर केंद्र में ताला लगाया गया है.