देवघर: सदर अस्पताल में मोहनपुर के बाबूपुर गांव की राधा कुमारी (10), पिता झकसु तुरी की मौत शुक्रवार को देर शाम इलाज के दौरान हो गयी. तेज बुखार व बेसुध की स्थिति में परिजनों ने अस्पताल लाया था. इलाज के छह घंटे बाद ऑन ड्यूटी डॉक्टर ने मृत घोषित किया. सदर उपाधीक्षक डा सुरेश प्रसाद सिन्हा ने कहा कि मरीज इंसेफलाइटिस (मस्तिष्क ज्वार) से पीड़ित थी. उसके लक्षण मस्तिष्क ज्वार के थे. ज्ञात हो कि इससे पहले भी इसेफलाइटिस से तीन की मौत हो चुकी है. उसमें भी तेज बुखार, कंपकपी व बेसुध की शिकायत थी. सदर उपाधीक्षक इंसेफलाइटिस से मौत की रिपोर्ट सिविल सजर्न को करेंगे.
सीएसएफ जांच की नहीं है व्यवस्था
सदर अस्पताल ही नहीं जिले के किसी प्राइवेट जांच घर में सेरेब्रो स्पाइनल फ्लूड (सीएसएफ) जांच की सुविधा नहीं है. इस जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई पहल भी नहीं की जा रही है. फिजिशियन डा बीपी सिंह ने बताया कि इंसेफलाइटिस की पहचान के लिए सीएसएफ जांच जरूरी है. इसमें मरीज के रीढ़ के हड्डी की पानी की जांच होती है.
पहले भी तीन मरीजों की हो चुकी है मौत
मस्तिष्क ज्वार बीमारी से तीन मरीज की मौत हो चुकी है. इसमें सीमावर्ती क्षेत्र के बांका जिला व जमुई जिला के दो मरीज व देवघर के बैद्यनाथ पुर के एक मरीज शामिल हैं. वहीं एक से नौ नवंबर तक इंसेफलाइटिस के सात मरीज अस्पताल में इलाज के लिए आ चुके है. इसमें से कई को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है.
डीएस की अपील
सदर उपाधीक्षक डा सुरेश प्रसाद सिन्हा ने आम लोगों से अपील की है कि अपने घर या आसपास में पानी को जमने नहीं दे. मलेरिया के मच्छर की तरह एनोफिलिस मच्छर होता है. कुलर में जमे पानी को निकाल दे. मच्छर निरोधी छिड़काव करें. जितना साफ सुथरा रहेंगे उतनी बीमारी से दूर रहेंगे.