देवघर: झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ जिला शाखा की ओर से रविवार को ‘माध्यमिक शिक्षा की चुनौतियां’ विषय पर शैक्षिक सेमिनार सहित सांगठनिक चुनाव व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. आरएल सर्राफ हाइस्कूल के प्रशाल में हुए इस सेमिनार का उद्घाटन मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता व विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक राज पलिवार ने दीप प्रज्वलित कर किया. विस अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड की शिक्षा व्यवस्था समस्याओं से जूझ रही है. शिक्षकों के कंधों पर बच्चों में अनुशासन व संस्कार देने की जवाबदेही है. प्राथमिक से लेकर माध्यमिक शिक्षा तक कई समस्याएं हैं. झारखंड में अबतक स्थिर सरकार नहीं रही है. बावजूद वर्तमान सरकार काम कर रही है. विधायक अपने निधि से क्षेत्र के स्कूलों में प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य करें.
प्रधानाध्यापक व शिक्षक भी विद्यालय के विकास मद का सही-सही उपयोग करें. इसके लिए शिक्षक संघ को विशेष रूप से पहल करना चाहिए. वित्त रहित शिक्षा व्यवस्था मेरे संज्ञान में है. आने वाले समय में निश्चित रूप से कार्रवाई करूंगा.
पूर्व विधायक श्री पलिवार ने कहा कि सनातन काल से शिक्षकों का स्थान ब्रrा, विष्णु व महेश के बराबर रहा है. यह अनंत काल तक रहेगा. संघ के महासचिव रवींद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि सूबे में 446 स्कूल स्थापना अनुमति प्राप्त है. अगर सरकार अनुमति प्राप्त स्कूलों को स्वीकृति प्रदान कर दें, तो माध्यमिक शिक्षा अभियान का कायाकल्प हो जायेगा. सेमिनार में डीएसइ सुधांशु शेखर मेहता, जिला सचिव सुबल चंद्र सिंह, कुलदीप महतो, अरुण कुमार झा आदि ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के राज्याध्यक्ष दिवाकर महतो ने तथा मंच संचालन एसजे एकेडमी के प्रिंसिपल शेखर नाथ झा ने किया. मौके पर नंद कुमार ठाकुर, प्रकाश कुमार, श्यामाकांत राजहंस, अजय कुमार सिंह, अजय कुमार साह, मोहन साह, नरेश प्रसाद यादव, पंचा नंद पड़वे, डॉ रहमान, रामबेनी सिंह, बिहारी प्रसाद यादव, शशि भूषण चौधरी सहित संघ के दर्जनों सदस्य उपस्थित थे.