जसीडीह : जसीडीह के कविराज कोठी परिसर में बंगाली परिवार ने मंगलवार को धूमधाम से मां लक्खी पूजा-अर्चना की. डॉ तपन कुमार मजुमदार ने बताया कि 1960 में मेरे पिता स्व. डॉ एमएल मजुमदार ने मां लक्खी की पूजा शुरू की थी. इसके बाद मैं और मेरी पुत्रवधू छंदा मजुमदार व परिवार मिलकर मां लक्खी की पूजा हर वर्ष करते आ रहे हैं.
पूजा से पूर्व घर की साफ-सफाई कर पूजा स्थल को रंगोली एवं फूल-माला सजाया जाता है. इसके बाद मां को 56 प्रकार का भोग लगाया जाता है. बासुकीनाथधाम के पुजारी शुकदेव झा मां लक्खी की पूजा विधि-विधान से करवाते हैं. मां लक्खी पूजा को सफल बनाने में जय शंकर प्रसाद, कल्याणी देवी, मानस राय, शालू राज, मिली राज, श्याम सुंदर राम आदि ने सहयोग किया.