देवघर: पेड़ा नगरी घोरमारा में दुमका-रांची इंटरसिटी ठहराव की मांग को लेकर हजारों लोगों ने घोरमारा स्टेशन पर दुमका-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस को ढाई घंटे रोक दिया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में सुबह पांच बजे से ही घोरमारा बाजार, बांक समेत दो दर्जन गांव के लोग घोरमारा स्टेशन पहुंचने लगे. इसमें पुरुषों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे भी शामिल हुए.
झारखंड असंगठित दैनिक मजदूर संघ के बैनर तले इस आंदोलन में आम लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया व दुमका जाने के क्रम में सुबह 6:30 बजे इंटरसिटी एक्सप्रेस को पहले बांक रेलवे फाटक के पास रोका, उसके बाद घोरमारा स्टेशन में ट्रेन के आगे ग्रामीण पटरी पर सो गये व ट्रेन पर चढ़कर रोक दिया. इस बीच रेलवे के अधिकारी, आरपीएफ व मोहनपुर थाना की पुलिस बार-बार समझाते रहे लेकिन महिलाएं अधिक अड़ी रही व ट्रेन छोड़ने को तैयार नहीं थी.
इस जनमुद्दा से जुड़े मांगों को लेकर आम लोगों ने जबरदस्त समर्थन दिया. महिला व बच्चे घोरमारा स्टेशन से लेकर एक किलोमीटर तक पटरी पर लंबी कतार में खड़े थे.
सभी रेलवे के खिलाफ नारेबाजी करते हुए घोरमारा में अविलंब इंटरसिटी एक्सप्रेस ठहराव की मांग कर रहे थे. लोगों का कहना था कि घोरमारा पेड़ा व्यापार के साथ-साथ शिक्षा समेत हर प्रकार के कारोबार से भी जुड़ा हुआ है. छात्रों समेत सभी लोगों को धनबाद, बोकारो व रांची अक्सर जाना पड़ता है. ऐसी परिस्थिति में इंटरसिटी एक्सप्रेस को पकड़ने के लिए देवघर व जसीडीह जाना पड़ता है. यह इस क्षेत्र के लोगों के साथ उपेक्षा हुई है. आम लोगों की सुविधा को देखते हुए घोरमारा में इंटरसिटी ठहराव को सुनिश्चित करें तथा रेलवे का कंप्यूटर आरक्षण केंद्र खोला जाये.