देवघर: गुरुवार को कुछ छात्र अपने दोस्त का कान के इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में उस वक्त कान के डॉक्टर मौजूद नहीं थे. इधर, घायल छात्र का दर्द से बुरा हाल था.
अस्पताल में डॉक्टर के नदारद रहने पर साथी छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और अस्पताल परिसर में प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी व हो-हंगामा करने लगे. मामला बिगड़ता देख अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना नगर थाने को दी. थाने से पुलिस बल पहुंचने के बाद छात्रों को शांत कर मामला को निबटाया गया. छात्रों ने बताया कि उसके घायल हरिहर मंडल का ट्यूशन में साथी से झगड़ा होने के क्रम में कान में चोट लग गयी. इसी के इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे. मगर डॉक्टर के नहीं रहने के कारण इलाज नहीं हो सका. यही नहीं उसे बाहर दिखाने की सलाह दी गयी.
इस संबंध में डीएस डा सुरेश प्रसाद सिन्हा ने कहा कि कान के डॉक्टर की ड्यूटी अस्पताल में नहीं बल्कि बुढ़ई में थी. छात्रों द्वारा ज्यादा शोर मचाने के बाद इसकी सूचना नगर थाने में दी गयी.