देवघर: इन दिनों विद्युत समस्या शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों अधिक बनी हुई है. कई बार मामूली फॉल्ट होने से बत्ती गुल हो जाती है. विद्युत उपभोक्ता विपत्र को लेकर भी कई बार परेशान हो जाते हैं. इन सब समस्याओं पर चर्चा करने कार्यपालक अभियंता(विद्युत आपूर्ति, देवघर) राम जन्म यादव शनिवार को प्रभात खबर कार्यालय में आयोजित चर्चा में अतिथि के रुप में उपस्थित हुए. श्री यादव ने कहा कि विद्युत विभाग में मैनपावर की कमी है, इस कारण कुछ उपभोक्ताओं का मामूली कार्य निबटाने में देर हो जाती है, ऐसी परिस्थिति में उपभोक्त ा जल्दबाजी के चक्कर में बिचौलिये के चुंगल में फंस जाते हैं. इससे कई बार उपभोक्ता ठगे जाते हैं. विभाग में बिचौलिये की कोई जरूरत नहीं है. उपभोक्ताओं को सीधे कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता व कनीय अभियंता से संपर्क करना चाहिए.
बाबा मंदिर के आसपास होगा अंडरग्राउंड वायरिंग
कार्यपालक अभियंता ने कहा कि बाबा मंदिर के आसपास अब मामूली फॉल्ट में बत्ती गुल होने की समस्या खत्म होगी. बाबामंदिर के आसपास गलियों में विभाग लगभग 20 करोड़ खर्च कर अंडर ग्राउंड वायरिंग करवायेगी. जल्द ही इसका टेंडर होगा. जहां 200 केवीए का ट्रांसफॉर्मर लगा है, वहां 500 केवीए व 100 केवीए के स्थान पर 200 केवीए का ट्रांसफॉर्मर लगाया जायेगा. शहरी क्षेत्र में अगर किसी मुहल्ले में विद्युत तार गिरने व लटकने की स्थिति उत्पन्न होती है तो तुरंत इसकी सूचना विभाग व क्षेत्रीय अभियंता को दे सकते हैं.
15 दिन में पूरी तरह सुधर जायेगी विद्युत आपूर्ति
श्री यादव ने कहा कि देवघर जिले के लिए 75 से 80 मेगावाट बिजली की जरूरत है. इसमें 35 मेगावाट डीवीसी व 40 मेगावाट एनटीपीसी फरक्का से आपूर्ति होती है.
वर्तमान में फरक्का से सप्लाइ होने वाली विद्युत ललमटिया ग्रिड में खराबी होने से बंद है. वर्तमान में सुलतानगंज से 15 मेगावाट आपात स्थिति में बिजली मिल रही है.
जमुनियां में पहुंचेगी बिजली
कार्यपालक अभियंता ने बताया कि राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत देवघर जिले में कुल 416 ट्रांसफॉर्मर जल चुका था. इसमें 25 केवीए का 120 ट्रांसफॉर्मर दिया गया है. प्रभात खबर द्वारा गोद लिये गये मोहनपुर प्रखंड के आदिवासी गांव जमुनियां-मजरकोला में भी नये सिरे से विद्युतीकरण होगा.