देवघर: शहर में अपराध नियंत्रण पर पुलिस की भूमिका व आम लोगों का सहयोग समेत पुलिस की सामाजिक जिम्मेवारियों पर शनिवार को प्रभात खबर कार्यालय में आयोजित परिचर्चा में देवघर एसडीपीओ अनिमेष नैथानी अतिथि के रुप में उपस्थित हुए. श्री नैथानी ने परिचर्चा में सामुदायिक पुलिसिंग के साथ-साथ समाज के प्रति जिम्मेवारियों के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि कई बार लोग कानूनी जानकारी के अभाव में गलतियां कर देते हैं, खामियाजा भुगतने के बाद उन्हें इसका पता चल पाता है.
पाठ्यक्रम में भी कानूनी जानकारी शामिल करने की जरूरत एसडीपीओ श्री नैथानी ने स्कूल व कॉलेज के पाठयक्रम में कानून की बेसिक जानकारी को शामिल करने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में कानून की बेसिक जानकारी जैसे वीमेंस एकट, चाइल्ड एक्ट व यौन शोषण आदि शामिल होने से अपराध की प्रवृत्ति कम होगी. उन्होंने कहा कि आजकल टीनएजर्स (कम उम्र के बच्चे) बहकावे में आ कर अपराध की दुनिया में प्रवेश कर जाते हैं. अभिभावक की जवाबदेही है कि बच्चों पर नजर रखें.
आक्रोश हिंसा में नहीं बदलें
विभिन्न घटनाओं के बाद जनता के आक्रोश हिंसा में बदल जाने व संपत्ति व जान-माल के नुकसान पर उन्होंने कहा कि आक्रोश करना वाजिब है मगर शांति के साथ. आक्रोश को हिंसा का रुप नहीं देना चाहिए.
सूचनाएं दें, नाम नहीं होगा उजागर
श्री नैथानी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक अपराध की जानकारी देने वालों का नाम उजागर नहीं किया जायेगा. लोग बेङिाझक सूचनाएं स्थानीय पुलिस को दे सकते हैं. वहीं सड़क दुर्घटना में घायलों को अस्पताल लाने पर भी लोगों को कानूनी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा. इसलिए घायलों की मदद के लिए आगे आएं व बेहिचक होकर उन्हें अस्पताल लाएं. सहमति के बाद ही नाम व पता पूछा जायेगा.
अफवाहों ध्यान नहीं दें लोग
श्री नैथानी ने कहा कि इन दिनों आसपास के गांवों में कई तरह की अफवाह से लोग बेवजह घबराये हुए हैं.
ग्रामीण रतजगा भी कर रहे हैं. लोगों में अफवाह है कि नक्सली लड़के व लड़कियों को अपने दस्ते में शामिल करने के लिए उठा ले जाते हैं, यह बिल्कुल गलत बात है. आज तक देवघर में ऐसी एक भी बातें सामने नहीं आयी है. यह काम सीमावर्ती क्षेत्रों के अपराधियों का हो सकता है. पुलिस इसके लिए कड़ी निगरानी रख रही है. उन्होंने कहा कि शिक्षित बेरोजगार युवाओं को भी ग्राम सुरक्षा दल से जोड़ कर उन्हें सुविधा मुहैया कराया जायेगा. साथ ही भविष्य में होम गार्ड के रिक्त पदों पर बहाली में प्राथमिकता दी जायेगी.
नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन
एसडीपीओ ने कहा कि देवघर के सीमावर्ती क्षेत्रों से नक्सलियों के घुसने की संभावना है, इसके लिए पुलिस ने पूरी तरह कमर कस ली है. देवघर के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन ‘खोज’ चल रही है. ऑपरेशन खोज का फेज वन चल चुका है. शेष फेज-दो व तीन चलेगा. इसके अलावा जसीडीह के अंधरीगादर के पास ‘बीएसएफ’ को शिफ्ट कराया जा रहा है. ताकि नक्सली इस क्षेत्र में घुस नहीं पाये व न ही जड़ जमा पायेंगे.
तो कोर्ट में वकालत करते अनिमेष
श्री नैथानी ने बताया कि अगर वह एसडीपीओ नहीं होते तो हाइकोर्ट अथवा सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते अथवा प्रतियोगिता परीक्षा से कोर्ट में न्यायिक दंडाधिकारी होते. उन्होंने वकालत की पढ़ाई की है. श्री नैथानी की मंजिल यूपीएससी है. अभी भी इसकी तैयारी कर रहे हैं.