इन उपायों द्वारा व्यक्ति में निहित व्यवहार के तरीके तथा विचार जो उसकी व्यक्तिगत त्रुटियों, अपूर्णताओं, मनोवैज्ञानिक भय तथा मानसिक दुर्बलताओं को छिपाये रखते हैं, समझे जा सकते हैं, उन्हें हटाया जा सकता है तथा स्वस्थ व्यवहारिक तरीकों एवं मनोवैज्ञानिक धारणाओं को उनकी जगह स्थापित किया जा सकता है. एक तरह से यह प्रक्रिया व्यक्तिगत विकास तथा आध्यात्मिक खोज का एक आवश्यक अंग है. क्योंकि प्राचीन अथवा वर्तमान जगत में इस प्रक्रिया के बिना किसी भी प्रकार का विकास अथवा परिवर्तन संभव नहीं है. यद्यपि ध्यान का लक्ष्य तथा आध्यात्मिक जीवन के लिए किये जाने वाले प्रयत्नों से चेतना के कुछ अमिट अनुभव होते हैं जो साधारण समझ तथा धारणा के परे होते हैं, तथापि ये प्रारंभिक ध्यानकर्ता के लिए शुभ लक्षण होते हैं. इनसे वह अपनी मनोवैज्ञानिक कमजोरियों तथा अपूर्णताओं को जानने-समझने लगता है, अन्यथा वह अपनी इन कमजोरियों दूर नहीं कर सकेगा तथा फिर ये कमजोरियां उसके खोज के प्रयत्नों को निष्फल कर देंगी.
BREAKING NEWS
प्रवचन:::: आध्यात्मिक खोज के लिए ध्यान जरूरी
इन उपायों द्वारा व्यक्ति में निहित व्यवहार के तरीके तथा विचार जो उसकी व्यक्तिगत त्रुटियों, अपूर्णताओं, मनोवैज्ञानिक भय तथा मानसिक दुर्बलताओं को छिपाये रखते हैं, समझे जा सकते हैं, उन्हें हटाया जा सकता है तथा स्वस्थ व्यवहारिक तरीकों एवं मनोवैज्ञानिक धारणाओं को उनकी जगह स्थापित किया जा सकता है. एक तरह से यह प्रक्रिया व्यक्तिगत […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement