बताया जाता है कि पूछताछ में तत्कालीन डीसी द्वारा करायी गयी जांच की रिपोर्ट व जमीन के दस्तावेज को बक्शे में सील करने की प्रक्रिया किन-किन लोगों की उपस्थिति थी व गोपनीय शाखा से बक्शा को वाहन में रखने व अभिलेखागार में उतारने के क्रम में किन लोगों को शामिल किया गया था, इस पर बिंदुवार पूछताछ हुई. गोपनीय शाखा के उस कमरे की चाबी किनके पास थी, जहां बक्शा रखा गया था, उस बारे में भी पूछताछ हुई.
बताया जाता है अभिलेखागार चोरी कांड की जांच उलझ गयी है. सीबीआइ को यह भी लग रहा है कि बक्शा अभिलेखागार तक शायद पहुंची ही नहीं. फिलहाल सीबीआइ का अनुसंधान की सूई इस ओर भी घूम रही है. इस पूछताछ के बाद सीबीआइ ने इन कर्मियों का जल्द ही पॉलीग्राफी टेस्ट भी करेगी. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है.