देवघर: मंदिर परिसर में बुधवार को श्री बैद्यनाथ पंचांग का लोकार्पण हुआ. इस दौरान समारोह का आयोजन लक्ष्मी नारायण मंदिर में उपस्थित जन समूह के मौजूदगी हुआ. समारोह की शुरुआत शांति श्रृंगारी के अध्यक्षता में हुआ.
लोकार्पण से पूर्व पुरोहित मनोज मिश्र व राजेश झा ने मंच पर मौजूद बुद्धिजीवियों को चादर व माला पहना कर अभिनंदन किया. वैदिक पंडितों ने मंगला चरण पाठ किया. पुरोहित समाज के प्रतिष्ठित बुद्धिजीवी क्रमश: बाबा बैद्यनाथ के पुजारी शिवनारायण श्रृंगारी, श्री हरिबाबू झा, मारकंडेय सरेवार, बंटू मठपति, पंडित शिरोमणि कामेश्वर मिश्र, चिंता मणी कम्र्हे, साहित्यकार शंकर मोहन झा, समाज सेवी संतोष शर्मा, कनक राम मिश्र, मोती राम मिश्र आदि ने सामूहिक रुप से पंचांग का लोकार्पण किया.
मौके पर मौजूद पुरोहितों ने पंचांग के बारे में अपने अपने वक्तव्य दिये. पंडित कामेश्वर जी ने ज्योतिष शास्त्र पर आधारित पंचांग के बारे में व्याख्यान देते हुए कहा कि केवल ज्योतिष शास्त्र प्रत्यक्ष है शेष शास्त्र अप्रत्यक्ष है. जिसके साक्षी सूर्य व चंद्र हैं. पंडित जी ने साधकों के इस तपोभूमि में इस तरह के कार्य को सराहनीय बताया व पंचांग के लेखक प्रमोद श्रृंगारी को धन्यवाद दिया.