मधुपुर : आधार कार्ड की महत्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सभी सरकारी योजनाओं के लिए इसे अनिवार्य कर दिया गया है. साथ ही पेंशनधारियों व मजदूरों का भुगतान भी आधार कार्ड के बिना नहीं हो सकता. मगर, आधार कार्ड में नामांकन में भी गलत सूचनाएं एजेंसी कर्मियों द्वारा भरे जाने का मामला सामने आ रहा है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
मधुपुर अनुमंडल अंतर्गत गंजोबारी पंचायत भवन में आधार कार्ड नामांकन शिविर में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां के सैकड़ों ग्रामीणों का आधार कार्ड नामांकन में गलत डाटा डाला जा रहा है. बुढ़ीकुरा गांव की जगह बुर्हीकुरा व पोस्ट मदकट्टा के जगह मदनकथा लिखा गया है.
आवेदकों द्वारा नामांकन के लिए फॉर्मेट में सही नाम, पता व उम्र की जानकारी भरी गयी है. इसके बावजूद भी शिविर संचालक व एजेंसी कर्मियों द्वारा गलत सूचना भरी जा रही है. कुछेक गांव को छोड़ प्राय: सभी गांव का नाम आधार नामांकन में गलत भरा गया है. एजेंसी द्वारा डिंडाकोली, नागादरी, डहुआ आदि जगहों में गलत नाम व पता भरे जाने पर ग्रामीणों ने विरोध कर शिविर बंद करा दिया. इससे ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है. अनुमंडल क्षेत्र में आधार कार्ड बनाने के लिए इएमडी डिजिट्रॉनिक्स प्राइवेट कंपनी को दिया गया है.
आधार ही गलत तो सरकारी लाभ कैसे : ग्रामीण
गलत सूचना डाले जाने पर शनिवार को बुढ़ीकुरा के ग्रामीण राजकली देवी, जुगनू देवी, पुष्पा देवी, नीलम देवी, छाया देवी, रीता देवी, कुसुम देवी, पन्ना देवी, सीता देवी, सोमा देवी, पुष्पा देवी, सुजीत दास, रघुनाथ महरा, हसनू मियां, सीतराम दास, आलो महरा, बासुदेव दास, नरेश महरा, संजय दास, बंकू महरा, सुरेश दास, सतीश महरा, शमशुल अंसारी, नौशाद अंसारी, रंजीत, अलाउद्दीन मियां, विदेश महरा, मदन महरा, जुनिया देवी, पंचानंद दास आदि ग्रामीणों ने विरोध किया है.