देवघर: श्रावणी मेले के दौरान संपूर्ण मेला क्षेत्र व शहरी इलाके से डायरिया से पीड़ित मरीजों का अस्पताल पहुंचने का सिलसिला नहीं थम रहा है. पिछले एक पखवारे में तकरीबन 170 से 180 डायरिया पीड़ित मरीजों का सदर अस्पताल, मेले में बने स्वास्थ्य शिविर व अस्थाई अस्पतालों में इलाज किया गया.
समस्या से चिंतित होकर सीविल सजर्न डॉ दिवाकर कामत ने इस संबंध में सभी सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों को पत्र प्रेषित कर आवश्यक निर्देश दिये हैं. हर हाल में आप अपने क्षेत्र में डायरिया कंट्रोल पर ध्यान दें. जिले के सभी पीएचसी से जुड़े जो भी चिकित्सक श्रावणी मेला के दौरान मेला क्षेत्र में डयूटी कर रहे थे. उन सभी को यथाशीघ्र विरमित कर दिया गया है. जल्द ही वे आपके यहां पहुंच जायेंगे. आप उनका सहयोग लेकर क्षेत्र में बेहतर अभियान चला कर डायरिया कंट्रोल करना चाहिये. ताकि जिले के लोगों को इस समस्या से निजात दिलायी जा सके.
विभाग ने शून्य से पांच बरस के बच्चों के लिए चलाया अभियान : जबकि स्वास्थ्य मुख्यालय की ओर से एक पखवारा पहले यानि 23 जुलाई से ही पूरे राज्य में डायरिया कंट्रोल के लिए अभियान चलाया गया. मगर अभियान के दौरान विभाग का फोकस शून्य से लेकर पांच वर्ष के बच्चों पर विशेष तौर पर था. उन्हें घर-धर जाकर ओआरएस का घोल व जिंक टेबलेट खिलाना था. हालांकि देवघर व दुमका जिला क्षेत्र में मासव्यापी श्रवणी मेला संचालित रहने के कारण इन दोनों ही जिलों में डायरिया पर कंट्रोल पाना इतना आसान नहीं है. फिर भी विभाग प्रयासरत है.