देवघर: श्रद्धालुओं पर लाठी चलाने व टाइम स्लॉट प्रवेश-कार्ड व्यवस्था के विरोध में मंगलवार को पंडा धर्मरक्षिणी सभा के बैनर तले तीर्थ-पुरोहितों ने बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड के खिलाफ मंदिर प्रशासनिक भवन परिसर में धरना-प्रदर्शन किया. सभा के महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर के नेतृत्व में तीर्थ-पुरोहितों ने मंदिर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की. यह आंदोलन देर शाम तक जारी रहा. तीर्थ-पुरोहितों बोर्ड के सचिव सह डीसी अमीत कुमार से लिखित आश्वासन की मांग पर अड़े रहे.
प्रबंधन ने मानी शर्ते
धर्मरक्षिणी सभा के नेतृत्व में सुबह से चल रहा धरना-प्रदर्शन रात लगभग 10 बजे समाप्त हुआ. धर्मरक्षिणी सभा की बातों को प्रशासन ने मान लिया. उसे दो दिनों के अंदर अमल में लाने का आश्वासन दिया. इसमें बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड के सदस्य सह पूर्व मंत्री कृष्णानंद झा ने महती भूमिका निभायी. श्री झा रात्रि साढ़े नौ बजे मंदिर प्रशासनिक भवन पहुंचे. उन्होंने धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री सहित वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें पूरी बातों को सुन कर ठोस आश्वासन दिया.
डीसी व एसपी भी पहुंचे बैठक में
इस बीच डीसी अमीत कुमार, एसपी राकेश बंसल, मंदिर प्रभारी बिंदेश्वरी झा, मंदिर थाना प्रभारी मदन मोहन के साथ धरना स्थल पहुंचे. उसके बाद सभा के पदाधिकारियों को प्रशासनिक भवन के प्रथम तल पर वार्ता करने के लिए बुलवाया. डीसी अमीत कुमार ने कहा : इन बातों को कहने के लिए आंदोलन करने की जरूरत नहीं थी. हमसे बात कर लेते तो पहले ही मामला सलट जाता. उन्होंने जायज सभी मांगों को मान लिया गया. उसे दो दिनों के अंदर गुरुवार से लागू कर देने का आश्वासन दिया.
पाठक धर्मशाला में दो शीघ्र दर्शनम काउंटर खुलेगा
इसमें पाठक धर्मशाला में बुधवार से ही दो शीघ्र दर्शनम का काउंटर खोलने का आदेश दिया. उनका प्रवेश मंदिर प्रशासनिक भवन या मंदिर परिसर से दो दिनों के अंदर भेजने की व्यवस्था शुरू कर दी जायेगी. इसके साथ ही मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त, दीपक मालवीय व अनंत तिवारी के हटाने के विषय में सभा से तीन लोगों का नाम मांगा, ताकि आपसी तालमेल से मेला सफल हो सके. तीर्थपुरोहितों की ओर से सभा के अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज, महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर, पूर्व महामंत्री दुर्लभ मिश्र, मंत्री नितायचादं झा, उपाध्यक्ष अरुणानंद झा, सुरेंद्र नाथ पुरोहितवार, अरुण कुमार झा, दिवाकर मिश्र आदि ने बैठक में हिस्सा लिया.