देवघर: बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड बाबा मंदिर की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. पिछले महीने खबरआयी थी आतंकवादियों की हिट लिस्ट में देवघर का बाबा मंदिर भी है. फिर भी मंदिर की सुरक्षा को लेकर अब तक प्रबंधन बोर्ड या पुलिस प्रशासन द्वारा गंभीरता नहीं दिखायी गयी है.
कहने को छह सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है. उसका समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है. इतना ही नहीं कैमरे की क्षमता इतनी कम है कि वह अपनी उपयोगिता साबित नहीं कर पाया है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कैमरे के सहयोग से कोई चोर-पॉकेटमार पकड़ में नहीं आ सका है. ऐसे में कोई अपराधी व आतंकवादी कैसे पकड़ में आयेगा. बाबा मंदिर के गर्भ-गृह में दो कैमरा, एक मंझला खंड में, एक काली मंदिर में व एक पार्वती मंदिर में लगा हुआ है.
मंदिर परिसर का अधिकांश हिस्सा सीसीटीवी कैमरा के दायरे से दूर है. इससे चोर-पॉकेटमार भी गिरफ्त में नहीं आ रहे हैं. मंदिर की सुरक्षा व श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के लिए थाना बनाया गया. यह स्ट्रेंथ में पूरे प्रांत का सबसे बड़ा थाना है. लेकिन इससे भी कोई खास लाभ श्रद्धालुओं को नहीं मिल रहा है. मंदिर प्रबंधन बोर्ड श्रवणी मेले तक ही सुरक्षा पर ध्यान देती है. उस समय 13 कैमरा लगाया जाता है. मेले के बाद बंद कर दिया जाता है. जबकि अन्य दिन अब भीड़ लगने लगी है. इसमें सप्ताह के प्रत्येक सोमवार, प्रत्येक माह की एकादशी, त्रयोदशी, पूर्णिमा व अमावस्या मुख्य रूप से शामिल है.