27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

साइबर क्राइम में पकड़े गये मधुपुर जेल के कैदी की मौत

देवघर : साइबर अपराध मामले में मधुपुर उपकारा में बंद विचाराधीन बंदी महावीर मंडल (18) की इलाज के दौरान सदर अस्पताल कैदी वार्ड में मौत हो गयी. वह मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के द्वारपहरी गांव का रहनेवाला था. डॉक्टर के अनुसार महावीर को खून की उल्टी-दस्त हो रहा था. अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसे पहले […]

देवघर : साइबर अपराध मामले में मधुपुर उपकारा में बंद विचाराधीन बंदी महावीर मंडल (18) की इलाज के दौरान सदर अस्पताल कैदी वार्ड में मौत हो गयी. वह मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के द्वारपहरी गांव का रहनेवाला था. डॉक्टर के अनुसार महावीर को खून की उल्टी-दस्त हो रहा था. अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसे पहले अनुमंडलीय अस्पताल मधुपुर लाया गया.
उसके ब्लड व अल्ट्रासाउंड की जांच भी करायी गयी. अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में बाएं किडनी में स्टोन व चारों तरफ पानी हो जाने की पुष्टि हुई थी. रिपोर्ट देखने व कुछ सुधार नहीं होने पर मधुपुर अनुमंडलीय अस्पताल के डॉक्टर ने उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल देवघर रेफर कर दिया. मंगलवार अपराह्न 4:15 बजे उसे सदर अस्पताल कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया. जिस वक्त उसे भर्ती किया जा रहा था, उस वक्त महावीर खुद चलकर आया.
वार्ड ब्वॉय ने सहारा देकर पैदल ही उसे कैदी वार्ड तक ले गया. डॉक्टर के पास वह पेट दर्द की बात कह रहा था. ऑन ड्यूटी डॉ एनएल पंडित ने बताया कि हेपेटाइटिस मेलिना की वजह से महावीर काफी एनिमिक हो चुका था. भर्ती करने के दौरान ही कह दिया गया था कि उसे काफी नाजुक हालत में लाया गया, सदर अस्पताल में इलाज संभव नहीं है. उ
से बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाने को भी कह दिया गया था. इस क्रम में शाम करीब 6:05 बजे महावीर की मौत हो गयी. कैदी वार्ड से मामले की सूचना मधुपुर उपकारा के अधीक्षक को दे दी गयी है. अधीक्षक द्वारा महावीर के शव का पंचनामा कराने के लिए डीसी को दंडाधिकारी प्रतिनियुक्ति के लिए पत्र लिखा जा रहा है. इधर, सदर अस्पताल के डॉक्टर ने इसकी सूचना बैद्यनाथधाम ओपी को भी भेज दी है.
करौं थाना की पुलिस ने 20 जून को भेजा था उपकारा
महावीर को करौं थाना की पुलिस ने साइबर क्राइम के आरोप में 20 जून को कोर्ट में पेश कराया था. कोर्ट के निर्देश पर उसी दिन उपकारा में शिफ्ट कराया गया था. जेल जाने के साथ ही महावीर पेट दर्द की बात कह रहा था. दूसरे दिन मधुपुर उपकारा द्वारा उसे मधुपुर अनुमंडलीय अस्पताल ले जाकर इलाज कराया गया था. ठीक होने पर पुन: लौटाकर उपकारा ले आया था. अचानक मंगलवार को उसे फिर से पेट दर्द होने लगा और खून की उल्टी-दस्त शुरू हो गया. इसके बाद उपकारा द्वारा दोबारा महावीर को अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया.
वहां के डॉक्टर की सलाह पर ब्लड जांच व अल्ट्रासाउंड करायी गयी. रिपोर्ट देखने के बाद ही अनुमंडलीय अस्पताल के डॉक्टर ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया. बुधवार सुबह दंडाधिकारी महावीर के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम में भेजेंगे. उपकारा अधीक्षक महावीर के शव का पोस्टमार्टम बोर्ड द्वारा कराने का आग्रह सदर अस्पताल उपाधीक्षक से करेंगे और पूरे पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करायी जायेगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा कि महावीर की मौत कैसे हुई. अब तक महावीर के कोई परिजन भी अस्पताल नहीं पहुंचे हैं. परिजन के आने के बाद ही कुछ पता चलेगा.
क्या कहते हैं काराधीक्षक
20 जून को छह लोगों के साथ साइबर आरोप में करौं पुलिस द्वारा कोर्ट के आदेश पर महावीर को उपकारा में लाया गया था. उसी दिन से वह पेट दर्द की बात कह रहा था. दूसरे दिन अनुमंडलीय अस्पताल भेजकर इलाज कराया गया, तो कुछ नहीं निकला. ठीक होने पर उपकारा आ गया, फिर अचानक तबीयत बिगड़ी, तो इलाज के लिए भेजा गया. कैसे महावीर की मौत हुई, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें