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महिला की मौत के बाद क्लिनिक में हंगामा
प्रसव के बाद महिला की बिगड़ी थी हालत, अहले सुबह हुई मौत देवघर : शहर के बाजला चौक के समीप डॉ नेहा प्रिया के पार्वती मातृ सदन क्लिनिक में प्रसव के बाद महिला की मौत हो गयी. इससे आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. इस दौरान […]
प्रसव के बाद महिला की बिगड़ी थी हालत, अहले सुबह हुई मौत
देवघर : शहर के बाजला चौक के समीप डॉ नेहा प्रिया के पार्वती मातृ सदन क्लिनिक में प्रसव के बाद महिला की मौत हो गयी. इससे आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. इस दौरान आक्रोश में एक युवक ने क्लिनिक में लगे एक दरवाजे का शीशा भी तोड़ दिया. घटना के संबंध में मृतका के पति ने डॉ नेहा प्रिया पर प्राथमिकी दर्ज करायी है.जानकारी के अनुसार, दुमका जिला अंतर्गत जरमुंडी थाना क्षेत्र के भौंडाबाद निवासी रामांकांत ठाकुर की पत्नी किरण कुमारी उर्फ जोली (25) को सामान्य प्रसव से शनिवार को पुत्र हुआ.
इसके बाद रात में किरण की हालत बिगड़ी और रविवार अहले सुबह करीब पांच बजे उसकी मौत हो गयी. क्लिनिक में हंगामा की सूचना पाकर नगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विनोद कुमार, एएसआइ रामानुज सिंह, एएसआइ फैयाज खान सशस्त्र बलों व पीसीआर पुलिस के साथ पहुंचे.
इनलोगों ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे लोग प्राथमिकी दर्ज कर दोषी डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे. मामला बढ़ता देख बतौर दंडाधिकारी सीओ जयवर्द्धन कुमार पहुंचे. मामले की जानकारी होते ही आइएमए अध्यक्ष डॉ रमण कुमार, सचिव डॉ गौरीशंकर, डॉ जीपी वर्णवाल, डॉ सुभाष चौधरी, डॉ शत्रुघ्न सिंह समेत शहर के कई डॉक्टर भी वहां पहुंचे. काफी मशक्कत से पुलिस-प्रशासन ने आक्रोशित परिजनों को समझाया. इसके बाद मृतका के पति का आवेदन लेने के बाद पुलिस ने मृतका किरण के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
डॉ नेहा प्रिया पर लापरवाही के आरोप में प्राथमिकी
मृतका किरण के पति रामाकांत के आवेदन पर डॉ नेहा प्रिया के विरुद्ध नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी. प्राथमिकी में आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही से किरण की मौत हो गयी. जिक्र है कि प्रारंभ से ही उसने पत्नी का इलाज डॉ नेहा से कराया. शनिवार दोपहर 12:30 बजे पत्नी को भर्ती कराया था और रात्रि करीब आठ बजे सामान्य प्रसव से पुत्र हुआ. प्रसव उपरांत जच्चा-बच्चा ठीक थे. मां ने बच्चे को दूध भी पिलायी थी. अचानक रात्रि 10 बजे से किरण की तबीयत बिगड़ने लगी. इस दौरान न ही डॉक्टर पहुंचे और न किसी स्टाफ ने देखा.
रात्रि दो बजे तक किरण तड़पती रही. पुन: रात्रि दो बजे डॉक्टर से संपर्क किया गया. बावजूद वह नहीं पहुंची. इलाज के अभाव में अहले सुबह करीब 5:15 बजे किरण की मौत हो गयी. डॉ नेहा समय पर इलाज करती, तो किरण बच सकती थी. इलाज संबंधित दस्तावेज भी नहीं दिया गया, उसे गायब कर दिया गया. ऐसे में इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी की मांग की है. इस संबंध में नगर थाना कांड संख्या 809/17 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस पड़ताल में जुटी है.
कहती हैं डॉ नेहा प्रिया
डॉ नेहा प्रिया ने कहा कि मरीज शनिवार दोपहर में भर्ती हुई. सामान्य प्रसव से संध्या 7:40 बजे उसे पुत्र हुआ. सबकुछ ठीक रहा. मरीज व बच्चे दोनों ठीक थे. अचानक देर रात में तबीयत बिगड़ी तथा बीपी मिल रहा था. अहले सुबह पांच बजे उसकी मौत हो गयी. इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गयी.
दंडाधिकारी की मौजूदगी में हुआ पोस्टमार्टम
शव का पोस्टमार्टम बतौर दंडाधिकारी मोहनपुर सीओ राकेश तिवारी की मौजूदगी में सदर अस्पताल के मेडिकल बोर्ड द्वारा किया गया. बोर्ड में डॉ एनएल पंडित, डॉ बीपी सिंह व डॉ दिवाकर पासवान थे. पोस्टमार्टम प्रक्रिया में अस्पताल की महिला डॉ निवेदिता को भी मौजूद रखा गया. वहीं पूरी पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करायी गयी.
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