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आरके मिशन से निकाले गये तीन छात्र, 30 सस्पेंड
देवघर: रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ के हॉस्टल में कक्षा 10वीं के छात्रों द्वारा कक्षा आठवीं के छात्रों के साथ मारपीट मामले को प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है. इस मामले में तीन छात्र निहाल शरण, सौम्य राज तथा अभिषेक कुमार को टीसी दे दिया गया. साथ ही 30 छात्रों को विद्यापीठ से सस्पेंड कर दिया गया. […]
देवघर: रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ के हॉस्टल में कक्षा 10वीं के छात्रों द्वारा कक्षा आठवीं के छात्रों के साथ मारपीट मामले को प्रबंधन ने गंभीरता से लिया है. इस मामले में तीन छात्र निहाल शरण, सौम्य राज तथा अभिषेक कुमार को टीसी दे दिया गया. साथ ही 30 छात्रों को विद्यापीठ से सस्पेंड कर दिया गया. सस्पेंड किये गये छात्र कक्षा नहीं करेंगे. उन्हें 10वीं बोर्ड की परीक्षा का फाॅर्म भरने व परीक्षा में शामिल होने के लिए छूट दी गयी है.
एक अगस्त हो हुई थी कैंपस में मारपीट : एक अगस्त को विद्यापीठ कैंपस में मारपीट की घटना को प्रभात खबर ने तीन अगस्त के संस्करण में छापा था. इधर, विद्यापीठ की अनुशासन समिति के निर्णय पर विद्यापीठ प्रबंधन द्वारा कार्रवाई किये जाने के बाद उक्त छात्रों के माता-पिता रविवार को विद्यापीठ कैंपस पहुंचे. बच्चों के भविष्य के प्रति चिंतित माता-पिता अपने बच्चे को बगैर शर्त पुन: शिक्षण के लिए विद्यालय बुलाये जाने का प्रबंधन से अनुरोध किया, लेकिन प्रबंधन द्वारा इस अनुरोध पर कोई विचार नहीं किया गया. इन अभिभावकों का आरोप है कि झारखंड सरकार के एक प्रभावशाली व्यक्ति के कारण उनके बच्चों को परेशान किया गया है.
एक अगस्त को हुई थी मारपीट की घटना
रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ के हाॅस्टल में एक अगस्त को हुई मारपीट की घटना में आधा दर्जन छात्र चोटिल हुए थे. सीनियर छात्रों की शिकायत थी कि कक्षा आठवीं के छात्रों द्वारा हमलोगों को चप्पल दिखाया जाता है. सम्मान नहीं किया जाता है. इस बात को लेकर छात्रों के बीच हॉस्टल में मारपीट की घटना हुई थी. घटना की सूचना तत्काल बैलूर मठ सहित स्थानीय पुलिस व प्रशासन को भी दी गयी थी. बैलूर मठ के निर्देश पर अनुशासन समिति को निर्णय लेने का अधिकार दिया गया था.
हॉस्टल की घटना से बेलूर मठ को अवगत कराया गया था. निर्देशानुसार अनुशासन समिति की बैठक में तीन छात्रों को टीसी देने तथा 30 छात्रों को विद्यापीठ से सस्पेंड करने का निर्णय लिया गया था. सस्पेंड किये गये छात्र विद्यापीठ में नहीं रहेंगे. न ही वर्ग कक्ष अटेंड करेंगे. वे सिर्फ 10वीं का फॉर्म भरने के साथ परीक्षा दे सकेंगे. संस्थान में कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं है. हमलोगों का उद्देश्य विद्यापीठ में होने वाली घटना को रोकना है.
– स्वामी जयंतानंद जी महाराज, सचिव, आरके मिशन विद्यापीठ देवघर.
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