जसीडीह: डाबर ग्राम पुलिस लाइन के समीप तालाबनुमा गड्ढे से सोमवार शाम में मिली छात्र रश्मि व रोशनी (काल्पनिक नाम) की लाश के करीब 12 घंटे बाद भी हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं होने पर परिजन व स्थानीय लोग आक्रोशित हो गये.
मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे सड़क पर उतर पुलिस का विरोध जताया. इस दौरान जसीडीह-देवघर मुख्य मार्ग स्थित पुलिस लाइन के पास टायर जला कर लगभग छह घंटों तक सड़क जाम रखा. इस दौरान लोगों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की. साथ आने-जाने वाले दर्जनों वाहन के शीशे तोड़ डाले.
साथ ही जसीडीह- बैद्यनाथधाम ट्रेन को बाधित करने का प्रयास किया. सूचना पाकर एसडीपीओ प्रमोद कुमार साह, सार्जेट मेजर विजय कुमार सिंह, सीओ डीके सिंह, बीडीओ प्यारे लाल, पुलिस निरीक्षक आरके सिंह, विनोद कुमार वर्मा, नगर थाना प्रभारी केके साहू, जसीडीह पूर्व थाना प्रभारी हरेंद्र प्रसाद चौधरी, एसआइ केपी राम आदि पदाधिकारियों सहित दर्जनों पुलिस जवान जाम-स्थल पहुंचे. पदाधिकारियों ने काफी समझाने का प्रयास किया. लेकिन, आक्रोशित लोगों के सामने पुलिस की एक न चली. बाध्य होकर प्रशासनिक पदाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों व जवानों ने विरोध कर रहे लोगों के सामने हाथ खड़ा कर दिया.
एसपी पहुंचे परिजनों के घर
जाम के दौरान एसपी रंजीत कुमार प्रसाद भी घटना स्थल व मृतक छात्रओं के घर गये. साथ ही लोगों से घटना की जानकारी ली. एसपी अपने साथ रोशनी के पिता को साथ लेकर देवघर चले गये. काफी देर बाद जब रोशनी के पिता देवघर एसपी के पास से लौटे व लोगों को समझाया तो करीब साढ़े ग्यारह बजे जाम हटाया गया.
जाम हटने के बाद घंटों परेशान वाहन चालक सहित यात्रियों ने राहत की सांस ली. घटना स्थल से मिले साक्ष्य व पोस्टमार्टम टीम के सूत्रों के अनुसार, दोनों छात्रओं की दुष्कर्म के बाद हत्या की गयी है. दोनों शव के चेहरे पर चोट के निशान हैं और शवों के पेट में पानी की भी मात्र अधिक नहीं थी. इससे प्रतीत होता है कि हत्या के बाद शव को तालाब में फेंका गया है. इसकी आशंका डीआइजी ददनजी शर्मा ने भी जतायी है.