ऐसे में सभी कांवरिया व श्रद्धालु जल्द से जल्द पूजा करने की लालसा रखेंगे. इस परिस्थिति में लोग हड़बड़ी दिखायेंगे. उस बात को विशेष ध्यान रखते हुए हर हाल में शाम सात बजे से पहले सभी कांवरियों को जलार्पण कराने की कोशिश करनी होगी, ताकि ग्रहण को देखते हुए कांवरियों में हड़बड़ी नहीं हो. अब तक मेला शांतिपूर्ण ढंग से बीत चुका है. कतारबद्ध कांवरियों को टीम वर्क से सुरक्षित पूजा कराने की जिम्मेवारी सभी पदाधिकारी व पुलिसकर्मियों की है.
पिछली सोमवारी की तुलना में ज्यादा से ज्यादा कांवरियाें को कैसे सुविधाजनक व शांतिपूर्वक तरीके से बाबा का जलार्पण कराया जाये. बैठक में कमजोर प्वाइंटों को चिह्नित कर रुट-लाइनिंग में कहां किसकी ड्यूटी में बदलाव किया जाये इस बात की भी चर्चा की गयी. टेल प्वाइंट को कैसे दुरुस्त कर सुविधा संपन्न किया जाये, इसकी रणनीति बनायी गयी. अंतिम सोमवारी पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए काफी संख्या में पुलिस-फोर्स लगाये गये हैं.
पिछली सोमवारी की कमियों को महसूस कर रणनीति बनायी गयी. व्यक्तिगत कमियों को दूर किया गया. कम्युनिकेशंस सिस्टम दुरुस्त हो. कैसे बेहतर व्यवस्था कर टीम भावना से कांवरियों को सुरक्षा दी जाये इसपर चर्चा की गयी. आइजी ने कांवरियों को सुलभ जलार्पण के लिए आमलोगों से सहयोग की अपील की गयी. बैठक में डीआइजी अखिलेश झा, एसपी ए विजयालक्ष्मी, यातायात एसपी चंद्रशेखर, जैप-3 कमांडेंट निधि द्विवेदी, एसडीपीओ दीपक पांडेय, सीसीआर डीएसपी रविकांत भूषण, डीएसपी मुख्यालय राजकिशोर, बाबा मंदिर में प्रतिनियुक्त डीएसपी अभय झा समेत मेला ड्यूटी में प्रतिनियुक्त अन्य सभी डीएसपी, सभी थाना प्रभारी व अोपी प्रभारी मौजूद थे.