इससे कारखाना में काम करने वाले लगभग 750 स्थायी व अस्थायी मजदूरों के समक्ष रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया था. लेकिन जनप्रतिनिधि, कारखाना प्रबंधन व मजदुरों के बीच आपसी सहमति के बाद कारखाना खोलने का निर्णय लिया गया.
प्रशासन ने भी प्रबंधन को सुरक्षा का आश्वासन दिया. इसके बाद आपसी सहमति के आधार पर ला-ओपाला के क्रिस्टल डिविजन व ओपल डिविजन में काम प्रारंभ करने की घोषणा की गयी. चरणबद्ध तरीके से कारखाना के विभिन्न विभागों में काम प्रारंभ होगा.