देवघर: मेगा लोक अदालत मामलों के निबटारे के लिए सुनहरा अवसर है. इसके माध्यम से सुलह करा कर मामलों की परेशानी से बच सकते हैं. इसमें किसी भी पक्षकारों की हार नहीं होती है. दोनों पक्षों की जीत होती है.
यह बात प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पीडीजे) पंकज श्रीवास्तव ने मेगा लोक अदालत के उद्घाटन के अवसर पर कही. उन्होंने कहा कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर यह अदालत सिविल कोर्ट परिसर में लगायी गयी है. इसका समापन 29 मार्च को होगा. हजारों मामलों का निबटारा सुलह के आधार पर होने के आसार हैं. इस अवसर पर पीडीजे के अलावा एडीजे प्रथम एके सिंह अशोक, एडीजे दो पीके चौरसिया, एडीजे तीन एमसी वर्मा, एडीजे चार अजीत कुमार, सबजज एक सुनील कुमार सिंह, सब जज सात राजेश शरण सिंह, प्राधिकार के सचिव मरतड प्रताप मिश्र समेत सभी न्यायिक पदाधिकारी, दर्जनों एडवोकेट मौजूद थे.
सुलह के लिए बने थे बेंच
विभिन्न मुकदमों के निबटारे के लिए सिविल कोर्ट परिसर में 12 बेंच बनाये गये थे जिसमें एक-एक न्यायिक पदाधिकारियों के अलावा पैनल लॉयर्स को लगाया गया है. स्टेट बैंक, वनांचल ग्रामीण बैंक, इलाहाबाद बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडीकेट बैंक, वन विभाग, विद्युत विभाग, उत्पाद विभाग, बीएसएनएल आदि के मामलों में सुलह की प्रक्रिया हुई. काफी संख्या में पक्षकार नोटिस लेकर आये थे और सुलह की जानकारी ले रहे थे. पहले दिन तकरीबन दो दर्जन से भी अधिक मामलों का निबटारा हुआ, जबकि सौ से भी अधिक मामलों में सुलह के लिए पहल की गयी.