चतरा: सिमरिया-बालूमाथ पथ पर साप्ताहिक हाट के दिन हाइवा का परिचालन होने से बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. शनिवार को जबड़ा में सुबह से ही बाजार लगना शुरू हो जाता है. देर शाम तक खरीद-बिक्री करनेवालों की भीड़ लगी रहती है. जबड़ा मुख्य पथ पर काफी संख्या में व्यापारी दुकान लगाते हैं. खरीदारी करनेवाले आते-जाते हैं. इस दौरान हाइवा का भी परिचालन होता है.
इससे हमेशा जाम लग जाता है. छोटे- बड़े वाहनों का आवागमन बाधित हो जाता है. बाजार में कई बार बड़ी दुर्घटना होते-होते टली है. स्थानीय लोग डीसी, एसडीओ व थाना प्रभारी से बाजार के दौरान भारी वाहनों व हाइवा के परिचालन पर रोक लगाने की मांग कर चुके हैं. बगरा में मंगलवार को सुबह से ही बाजार लगता है. दूर-दूर से व्यापारी यहां खरीद- बिक्री करने आते हैं.
उक्त पथ पर हिंडाल्को द्वारा कोयला का ट्रांसपोर्टिंग किया जाता है. इस पथ पर जब से आम्रपाली व मगध से कोयले की ढुलाई शुरू हुई है, दो दर्जन से अधिक लोग सड़क दुर्घटना में हाइवा के शिकार हुए हैं. पदाधिकारी व कंपनी के लोग दुर्घटना के दौरान लगने वाले जाम को हटाने के लिए मृतक के परिजनो को कभी 15 लाख तो कभी सात लाख रुपये मुआवजा दिलाने की घोषणा करते हैं. लेकिन आज तक सही मुआवजा लोगों को नहीं मिला है. ग्रामीणों द्वारा कोल वाहनों को भी रोका गया. विधायक गणेश गंझु के कहने के बाद भी कंपनी ने मृतक के परिजनों को समुचित मुआवजा आज तक नहीं दिया. इससे लोगों में नाराजगी व रोष है. मृतक के परिजनों ने सड़क पर उतरने की बात कही है. सिमरिया से लेकर टोरी तक के पथ के चौक-चौराहों पर भीड़ लगी रहती है. परिवहन विभाग के नियमानुसार इतनी लंबी दूरी तक कोयला के ट्रांसपोर्टिंग करने का प्रावधान नहीं है. ग्रामीणों ने उपायुक्त से साप्ताहिक हाट के दिन वाहनों का परिचालन दिनभर बंद करने की मांग की है.