बोकारो: कुछ असामाजिक तत्व अपने निहित स्वार्थ के कारण झूठा इल्जाम लगा कर देश के चुनिंदा प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक दिल्ली पब्लिक स्कूल-बोकारो को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. इस कारण बच्चों के मनोबल पर गलत असर हो रहा है. प्रशासन पर भी अनावश्यक दबाव बना कर विद्यालय को परेशान कर रहे हैं. हम इसकी भर्त्सना करते हैं. हमारा आग्रह है कि विद्यालय जैसी संस्थाओं को राजनीति से दूर रखा जाय. ये बातें डीपीएस बोकारो के अभिभावकों ने शुक्रवार को सेक्टर 4डी में केंद्रीय विद्यालय के निकट कही. यहां दर्जनों अभिभावक जमा हुए.
अभिभावकों ने कहा : जहां तक जूतों की बात है तो दो तरह के जूते बच्चे स्कूल पहन कर जाते थे-एक समान्य व एक स्पोर्ट्स शूज. ब्रेक या अरेंजमेंट पीरियड में खेलकूद में भाग लेते थे. इससे उनके लिगामेंट पर खराब असर पड़ रहा था. बच्चों के नाखून को भी नुकसान पहुंच रहा था. इस कारण हम वर्षों से विद्यालय प्रबंधन से आग्रह कर रहे थे कि अगर एक ही तरह के जूते हो तो इससे बच्चों को सहूलियत होगी. विद्यालय ने हमें कभी भी किसी भी दुकान में जाने के लिए निर्देशित नहीं किया. आश्चर्य है कि इसमें भी बच्चों के भविष्य के साथ राजनीति की जा रही है.
ये थे उपस्थित : शंभु शरण सिंह, अंजलि, सीमा सिंह, श्रीकांत मिश्रा, संध्या रॉय, बबीता देवी, आरआर सिन्हा, डी घोषाल, एस रंजन, केके सिंह, अमित गिरी, एनएन गांधी, राकेश अग्रवाल आदि उपस्थित थे.
अभिभावकों के लिए एक बड़ी मदद
अभिभावकों ने कहा : यदि हमें लगभग तीन हजार का जूता आधे से कम कीमत में 1500-1700 में उपलब्ध हो तो हम वही जूता खरीदना पसंद करेंगे, क्योंकि खुले बाजार में इसकी कीमत ज्यादा है. यह जूता दो वर्षों की वारंटी के साथ मिल रहा है. इसलिए अभी हम लगभग हजार रुपये जो सलाना जूतों पर खर्च करते थे, वह हमें सलाना 800-900 में ही उपलब्ध हो रहा है. कहा : समझ में नहीं आता इतनी कम कीमत पर उपलब्ध जूतों में लोगों को स्कूल की संलिप्तता कैसे दिखायी दे रही है, बल्कि यह तो अभिभावकों के लिए एक बड़ी मदद है.
चेंबर ने निकाली थी जूता-चप्पल रैली
बोकारो चेंबर ऑफ कॉमर्स ने गुरुवार को शिक्षण शुल्क में बढ़ोतरी, किताब-स्कूल ड्रेस-जूते किसी खास दुकान से खरीदने व पब्लिक स्कूल की नीतियों के खिलाफ जूता-चप्पल रैली निकाली. रैली चेंबर चौक से शुरू होकर सिटी सेंटर के विभिन्न ब्लॉक से गुजरी. चेंबर के महासचिव राजेंद्र विश्वकर्मा रैली का नेतृत्व कर रहे थे. श्री विश्वकर्मा ने कहा : बेहतर शिक्षा व्यवस्था स्थापित करने के लिए बोकारो के पब्लिक स्कूल को जमीन बीएसएल की ओर से दी गयी है. लेकिन, वर्तमान में सभी स्कूल व्यवसाय करने लगे हैं. एसडीओ-चास को 20 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया. प्रदर्शन में भइया प्रीतम, जगदीश चौधरी, अनिल कुमार सिंह, रामआगर सिंह, एचके लाल, कौशल किशोर राय आदि मौजूद थे.