Advertisement
सरकारी खर्च पर छह साल पहले बनकर हुआ तैयार
कालियागंज : करीब एक करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया अल्पसंख्यक महिला छात्रावास खंडहर में बदल गया है. छह वर्ष पहले निर्मित होने के बाद आज तक एक भी छात्रा ने इसमें कदम नहीं रखा. छात्रावास के खंडहर में बदलने पर इसलामपुर महाविद्यालय प्रबंधन सवालों के घेरे में आ गया है. हालांकि विशेष […]
कालियागंज : करीब एक करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया अल्पसंख्यक महिला छात्रावास खंडहर में बदल गया है. छह वर्ष पहले निर्मित होने के बाद आज तक एक भी छात्रा ने इसमें कदम नहीं रखा. छात्रावास के खंडहर में बदलने पर इसलामपुर महाविद्यालय प्रबंधन सवालों के घेरे में आ गया है. हालांकि विशेष कक्षा व अन्य गतिविधियों के लिये बिल्डिंग का उपयोग करने की बात कहकर महाविद्यालय प्रबंधन ने आरोपों को खारिज करने की कोशिश की है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करीब एक करोड़ रुपया खर्च कर वर्ष 2010-11 में इस्लामपुर कॉलेज प्रबंधन ने अल्पसंख्यक छात्राओं के लिए एक छात्रावास तैयार कराया था, लेकिन आज तक एक भी छात्रा इस छात्रावास में कदम तक नहीं रखा है. आरोप है कि छात्रावास निर्माण कराने के लिए कॉलेज प्रबंधन ने ही विशेष जोर दिया था. इसके लिये कॉलेज प्रबंधन ने कई बार जनशिक्षा प्रचार व पुस्तकालय मंत्री से गुहार लगायी थी. इसके बाद छात्रावास के लिए राज्य सरकार की ओर से आर्थिक आवंटन किया गया था.
छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू कराने के लिये पूर्व मंत्री अब्दुल करीम चौधरी ने शिलान्यास किया था. छात्रावास का निर्माण कार्य पूरा हुए करीब छह वर्ष हो चुके हैं. इसलामपुर कॉलेज की छात्राओं का आरोप है कि छात्रावास तो तैयार किया गया है, लेकिन सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. कॉलेज प्रबंधन ने सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार का कदम नहीं उठाया है. इसी वजह से बाध्य होकर अधिक रुपये खर्च कर किराये के मकान या पीजी में रहना पड़ रहा है. इसके अतिरिक्त कई अल्पसंख्यक छात्राएं महकमा पुलिस अधिकारी आवासन के सामने स्थित अल्पसंख्यक छात्रावास में रहती हैं. वहां से कॉलेज जाने में उन्हें समय की बर्बादी और कई तरह की समस्याओं सामना करना पड़ता है.
इस संबंध में कॉलेज के प्रभारी प्राध्यापक गौड़ घोष ने बताया कि सुरक्षा कारणों को लेकर छात्राएं इस छात्रावास में रहने को तैयार नहीं हैं. कॉलेज की विभिन्न गतिविधियों के लिये बिल्डिंग का उपयोग किया जा रहा है. विशेष कक्षा, परीक्षा व अन्य क्रियाकलापों में कमरों का उपयोग किया जा रहा है.
जिस उद्देश्य के लिये बिल्डिंग बनाया गया था, उसे पूरा करने के लिये हम प्रयास कर रहे हैं. कॉलेज संचालन कमेटी के चेयरमैन तथा उत्तर बंगाल विकास परिषद के चेयरमैन अब्दुल करीम चौधरी ने बताया कि गरीब अल्पसंख्यक छात्राओं के लिए छात्रावास तैयार किया गया था, लेकिन वह बिल्डिंग अब किसी काम नहीं आ रही है. इस दिशा में कॉलेज प्रबंधन को विशेष कदम उठाने का निर्देश दिया गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement