एक साथ एक व्यक्ति में इतने गुण बिरले ही मिल पाते हैं. शिवनाथ प्रमाणिक व झारखंडी भाषा साहित्य संस्कृति अखडा के क्षेत्रीय अध्यक्ष पंचम महतो ने कहा : सरकार को लोक कला के संरक्षण के लिए देबुलाल गोस्वामी जैसे लोक कलाकारों की सुधी लेनी चाहिये. कलाकार के श्राद्ध के मौके पर श्रद्धांजलि सभा किये जाने पर विस्थापित नेता गुलाब चंंद्र ने क्षेत्र का प्रथम अनुकरणीय पहल बताया.
धन्यवाद ज्ञापन गिरिधारी गोस्वामी, सरयू प्रसाद गोस्वामी, रवींद्रनाथ गोस्वामी व रामनाथ गोस्वामी ने संयुक्त रूप से किया. श्रद्धांजलि व्यक्त करने वालों में श्याम सुंदर महतो, डॉ महेंद्र नाथ गोस्वामी सुधाकर, मनपुरन गोस्वामी, शांति भारत, बंशी लाल ‘बंशी’, सरयू प्रसाद महतो, अंबुज कुमार, श्याम सुंदर केवट, मणिलाल ‘मणि’, शंकर प्रसाद महतो, डॉ नागेश्वर महतो, गोपाल प्रसाद, प्रहलाद चंद्रदास, ललन तिवारी, कुमार सत्येंद्र, हरियचरण गोस्वामी, पं श्याम गोस्वामी, पं राजू गोस्वामी, रोहन गोस्वामी, धीरेंद्र नाथ गोस्वामी सहित दर्जनों साहित्यकारों, कलाकारों व कलाप्रेमी मौजूद थे.