बोकारो: सीबीएसइ की क्लास नौ वीं के छात्रों के लिए अलर्ट होने का समय आ गया है. ग्रेडिंग प्रणाली लागू होने के बाद परीक्षा को बेहद हल्के में लेने वाले छात्रों के पास होने की राह सीबीएसइ ने कुछ मुश्किल कर दी है. बोर्ड ने समेटिव असेसमेंट में अंकों की बाध्यता 25 प्रतिशत कर दी है. इस बाबत एक पत्र सभी संबद्ध स्कूलों को भेजा गया है. सीबीएसइ की ओर से जारी पत्र के मुताबिक नौ वीं से 10वीं में प्रोमोशन के लिए हर छात्र को समेटिव असेसमेंट (एसए एक व दो) में अलग-अलग कम से कम 25 प्रतिशत अंक लाने होंगे.
एक्सट्राक्यूरीकुलर को वेटेज : अब छात्र को सभी एसए में 60 में से 15 अंक लाने की अनिवार्यता होगी. इसके अलावा बोर्ड ने एक सुविधा दी है कि यदि छात्र एसए दो के समय पर स्कूल की ओर से किसी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में शामिल हो रहा है तो एसके एसए एक के स्कोर को ही एसए दो के लिए भी मान लिया जायेगा. यदि कोई छात्र किसी वजह से परीक्षा नहीं दे पाता है तो उसे दोबारा मौका दिया जायेगा. बोर्ड ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि जो छात्र 25 प्रतिशत हासिल नहीं कर पायेंगे, उन्हें दोबारा परीक्षा का मौका दिया जायेगा.
अगले साल 10वीं में भी लागू : सीबीएसइ की ओर से अगले साल 10वीं में भी यह नियम लागू करने की योजना है. बोर्ड ने ग्रेडिंग पैटर्न को दो सेमेस्टर में बांटा है. इसके प्रथम सेमेस्टर में एसए एक और द्वितीय सेमेस्टर में एसए दो होता है. इसलिए इस साल नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों को एसए एक व दो के प्रति गंभीर होने की जरूरत है. 10वीं के छात्र अगले वर्ष इसको लेकर सतर्क रहें.