चंदनकियारी: चंदनकियारी प्रखंड अंतर्गत मंढरा पंचायत का अधूरे पंचायत सचिवालय जमीन विवाद में गोशाला बन गया है. सचिवालय पर गांव के ही रैयतों ने जमीन की दावेदारी कर कब्जा कर रखा है. इसके विरोध में पंचायत के ग्रामीण 13 जून को प्रखंड कार्यालय में धरना देंगे. क्या है मामला : वित्तीय वर्ष 2012-13 में लगभग […]
चंदनकियारी: चंदनकियारी प्रखंड अंतर्गत मंढरा पंचायत का अधूरे पंचायत सचिवालय जमीन विवाद में गोशाला बन गया है. सचिवालय पर गांव के ही रैयतों ने जमीन की दावेदारी कर कब्जा कर रखा है. इसके विरोध में पंचायत के ग्रामीण 13 जून को प्रखंड कार्यालय में धरना देंगे.
क्या है मामला : वित्तीय वर्ष 2012-13 में लगभग 25 लाख की लागत से पंचायत में विभागीय स्तर से पंचायत सचिवालय का निर्माण करवाया गया था. इसके लिए रैयत रजनीकांत सिंह ने सरकार को आठ डिसमिल जमीन दान में दी थी, जो उसे अपने नाना से मिली थी. जमीन का कुल परिमाप 63 डिसमिल है, जमीन दाता को मिला कर जमीन पर छह हिस्सेदार हैं.
एक हिस्सेदार पर 10 डिसमिल हिस्सा बनता है. रजनीकांत के पांच मौसियों ने पूरी जमीन पर दावेदारी कर सचिवालय पर कब्जा कर रखा है. 2014 से निर्माणाधीन सचिवालय पर बांस की घेरा बना कर गोशाला बना दिया गया है.
कब्जे के कारण राशि आवंटन के बावजूद निर्माण कार्य बाधित है. प्रखंड प्रशासन द्वारा कई बार कब्जाधारी रैयतों का पक्ष जानने की कोशिश की गयी, मगर इसका नतीजा शून्य रहा. इस संबंध में ग्रामीणों व पंचायत के मुखिया ने जिला व प्रखंड प्रशासन को कई बार पत्राचार कर शिकायत करने के बावजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई. सचिवालय पर कब्जे से पंचायत का विकास कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है. अंत में कब्जा के खिलाफ ग्रामीणों के साथ पंचायत प्रतिनिधियों ने धरना देने का मन बनाया है. धरना को पंचायत के मुखिया हराधन मुखर्जी ने समर्थन किया है.