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छात्रवृत्ति घोटाला. कार्रवाई नहीं होने से शिकायतकर्ताओं में नाराजगी

ग्रामीणों ने रोकी तालाबंदी चंदनकियारी ग्रामीण : छात्रवृत्ति गबन की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज शिकायतकर्ताओं की स्कूल में तालाबंदी की कोशिश ग्रामीणों ने नाकाम कर दी. प्रखंड की देवग्राम पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय आसनसोल में मंगलवार को शिकायतकर्ताओं को तालाबंदी करने से प्रशासन के सहयोग से नाकाम किया गया. शिकायतकर्ता […]

ग्रामीणों ने रोकी तालाबंदी

चंदनकियारी ग्रामीण : छात्रवृत्ति गबन की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज शिकायतकर्ताओं की स्कूल में तालाबंदी की कोशिश ग्रामीणों ने नाकाम कर दी. प्रखंड की देवग्राम पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय आसनसोल में मंगलवार को शिकायतकर्ताओं को तालाबंदी करने से प्रशासन के सहयोग से नाकाम किया गया. शिकायतकर्ता चीनीवास रवानी व पीड़ित अभिभावकों ने स्कूल में तालाबंदी की घोषणा की थी.
थाना में की गयी शिकायत : अभिभावक एवं शिकायतकर्ता पांच घंटा धरने पर बैठे रहे. बंद करने आए पांच लोगों चीनीवास रवानी, राजाराम मोदी, विशेश्वर मोदी, शिव प्रसाद मोदी व गौर गोराई के खिलाफ विद्यालय सचिव साधुचरण माहतो ने सियालजोरी थाना में लिखित शिकायत की है. शिकायत में आरोपियों पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, एमडीएम को प्रभावित करने, स्कूल के अध्यक्ष और सचिव को धमकी देने का आरोप लगाया गया है.
यह है मामला : चीनीवास रवानी ने विद्यालय में छात्रवृत्ति गबन को लेकर सीएम, डीसी व शिक्षा विभाग के पदाधिकारी और बीडीओ से लिखित शिकायत की थी. इस शिकायत के अनुसार वित्तीय वर्ष 2009 से 2015 तक विद्यालय की छात्रवृत्ति की रकम का शिक्षकों ने फर्जी हस्ताक्षर कर गबन कर लिया. उन्होंने मामले की उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की थी. जांचोपरांत मामले में सत्यता उजागर होने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से ये नाराज थे. नाराज अभिभावक एवं शिकायतकर्त्ता ने दिनांक 16 फरवरी को स्कूल में तालाबंदी कर प्रशासन को जगाने की कोशिश की.
पशुपालन पदाधिकारी ने की थी जांच : वर्ष 2015 मे बीडीओ चंदनकियारी के निर्देश पर पशुपालन पदाधिकारी ने जांच की थी. उन्होंने जांच में आरटीआई से वांछित संलग्न छात्रवृत्ति वितरण सूची एवं विद्यालय की सूची में भिन्नता पायी थी. छात्रों का हस्ताक्षर फर्जी पाया गया था.
रवानी की राशि की निकासी गोराई ने की : वित्तीय वर्ष 2010 -11 में आरटीआई द्वारा मांगी गयी छात्रवृत्ति सूची के रिपोर्ट के मुताबिक अनन-फानन में अभिजीत रेवानी का पैसा अभिजित गोराई ने हस्ताक्षर कार निकाला था. इसके अलावा सूची में कई और गड़बड़ी हैं.
क्या कहते हैं पदाधिकारी: बीडीओ चंदनकियारी ने कहा कि मामले की जांच डीएसइ बोकारो कर रही हैं.
मौजूदा सचिव साधु चरण महतो : आरोप गलत है. मामला हमारे समय का नहीं है. जांच के लिए हम तैयार हैं. मेरे समय में छात्रवृत्ति का वितरण नियमानुसार हुआ है.

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