बोकारो: बोनस नहीं मिलने की खबर से बोकारो गरमाने लगा है. मजदूर यूनियन सक्रिय हो गयी है. यूनियन नेताओं का कहना है कि अगर कर्मियों को बोनस नहीं मिला तो प्लांट में हड़ताल होने से कोई नहीं रोक सकता. सेल कर्मियों को बोनस नहीं, एडजेस्टेबल एमाउंट मिलता है. वर्ष 2004 तक मजदूरों को बोनस मिला.
2005 में वेतन बढ़ने के बाद सेल का कोई भी मजदूर बोनस का हकदार नहीं रहा. तब से एडजेस्टेबल एमाउंट के रूप में प्रबंधन ने भुगतान शुरू किया. वैसे इस राशि को आज तक एडजेस्ट नहीं किया गया. नयी दिल्ली में गुरुवार को सेल प्रबंधन व यूनियन प्रतिनिधियों की बैठक बोनस को लेकर हुई. बैठक में सेल डायरेक्टर फाइनांस अनिल चौधरी ने स्पष्ट शब्दों में कहा : सत्र 2015-16 में सेल को 3000 हजार करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. किसी भी इकाई की स्थिति अच्छी नहीं है.
इसलिए इस बार बोनस नहीं दे पायेंगे. इसका यूनियन नेताओं ने विरोध किया. हंगामा के साथ बैठक खत्म हो गयी. प्रबंधन के इस रूख से यूनियन सक्रिय हो गयी है. यूनियन नेता बवाल मचाने की रणनीति बना रहे हैं. चौक-चौराहे से लेकर कार्यालयों तक बोनस नहीं मिलने की चर्चा हो रही है.