लगातार जानकारी देकर इलाज की जा रही थी. इसमें परिजनों की रजामंदी थी. गंभीर अवस्था में दो सितंबर की रात उसका निधन हो गया.
इसे लेकर परिजन उग्र हो गये. अस्पताल में तोड़ फोड़ की घटना व कर्मियों के साथ मारपीट पर उतारू हो गये. थाना के बीच बचाव के बाद मामला शांत हुआ. एंबुलेंस से रौनक आरा का शव बेरमो स्थित आवास पर अस्पताल द्वारा भेजा गया. जहां परिजनों ने एंबुलेंस के चालक को बंधक बना लिया. एंबुलेंस की चाबी भी चालक से छीन ली. चालक किसी तरह जान बचा कर अस्पताल लौटा और घटना की जानकारी दी.